मध्यप्रदेश में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बनी फिल्म ‘अजेय द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ को टैक्स फ्री करने की मांग उठी है। हिंदू संगठनों ने इसे लेकर सीएम डॉ. मोहन यादव से अपील की है। इस फिल्म में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संन्यासी से मुख
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यह फिल्म 19 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। रिलीज से पहले ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इसका विरोध किया था। मौलाना ने कहा कि इस्लाम की नजर में फिल्म देखना और दिखाना, दोनों नाजायज और हराम है।
मौलाना के बयान पर संस्कृति बचाओ मंच और हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि ये उनका पब्लिसिटी स्टंट है। उन्होंने सीएम डॉ. मोहन यादव से अपील करते हुए कहा कि यह फिल्म हर सनातन धर्मावलंबी को देखनी चाहिए।
इसमें योगी आदित्यनाथ के संघर्ष और उपलब्धियों को दिखाया गया है। तिवारी का कहना है कि फिल्म प्रेरणादायक है और समाज में सकारात्मक संदेश देती है।

‘अजेय द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी’ 19 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है।
योगी के फैसलों को देश-दुनिया में सराहा तिवारी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई, महिलाओं की सुरक्षा के लिए “ऑपरेशन मजनू” जैसे ऐतिहासिक कदम उठाए। इन निर्णयों की सराहना पूरे देश और दुनिया में हुई है। उन्होंने कहा कि फिल्म में गोरखनाथ पीठ के पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के जीवन को प्रेरक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।

हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग की।
कहा- सलमान-शाहरुख की फिल्म पर आपत्ति क्यों नहीं फिल्म के खिलाफ मौलाना द्वारा जारी फतवे को तिवारी ने महज ‘पब्लिसिटी स्टंट’ बताया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब वही लोग सलमान, शाहरुख और आमिर खान की फिल्में देखते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होती, लेकिन योगी आदित्यनाथ पर बनी फिल्म का विरोध क्यों किया जा रहा है? तिवारी के अनुसार यह फिल्म किसी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व की जीवनगाथा है।लोग अपने परिवार के साथ यह फिल्म जरूर देखें।

फिल्म के इस सीन में योगी आदित्यनाथ का किरदार निभा रहे एक्टर को जनता के लिए अफसरों से भिड़ते दिखाया गया है।
अजेय द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ योगी की कहानी यह फिल्म दिखाती है कि कैसे हिमालय के एक शांत गांव से निकलकर अजय सिंह बिष्ट योगी आदित्यनाथ बने- एक संत, आध्यात्मिक नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री। शांतनु गुप्ता की बेस्ट सेलिंग जीवनी पर आधारित यह फिल्म केवल घटनाओं का विवरण नहीं देती, बल्कि उस आंतरिक यात्रा को भी उजागर करती है, जिसमें उन्होंने सांसारिक सुखों की बजाय भक्ति और देशसेवा को चुना।

फिल्म के इस सीन में योगी आदित्यनाथ के सन्यासी बनने के दृश्य को दिखाया गया है।
शुरुआती दृश्य हिमालय की सुंदरता और उनके पालन-पोषण को प्रभावी ढंग से दिखाते हैं, जिसने उनके जीवन के प्रति दृष्टिकोण को गहराई से प्रभावित किया। ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ अ योगी’ दर्शकों को उस युवा अजय से जोड़ती है, जिसका भविष्य असाधारण था।
आध्यात्मिक अनुभवों ने उन्हें राजनीति की ओर प्रेरित किया और अंत में देश की सेवा उनका लक्ष्य बना। फिल्म के अंत में योगी आदित्यनाथ कहते हैं- “जब तक हूं, आतंक को मिटाता रहूंगा।”