
पितृ पक्ष का समय अब शेष होने वाला है. रविवार 21 सितंबर 2025 को सर्व पितृ अमावस्या है, जोकि पितृ पक्ष का अंतिम दिन माना जाता है. पितृ पक्ष में तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध के जरिए पितरों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है.

नींद में व्यक्ति कई तरह के सपने देखता है, जोकि सामान्य बात है. लेकिन पितृ पक्ष में यदि आपको पिंडदान या तर्पण के सपने आएं हों तो इससे पितरों का संबंध होता है. स्वप्न शास्त्र से जानते हैं ऐसे सपनों का क्या अर्थ होता है.

स्वप्न शास्त्र के अनुसार, पितृ पक्ष के समय सपने मे पिंडदान करते हुए देखना बहुत शुभ होता है. ऐसे सपने का अर्थ है कि, आप पितृ ऋण से मुक्त होने वाले हैं.

अगर आप बार-बार पिंडदान के सपने देखते हैं तो यह इस बात का संकेत हैं कि, पूर्वजों की आत्मा मुक्त होना चाहती है. यदि परिवार में पितरों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण या कोई कर्म अधूरा रह जाता है तब भी ऐसे सपने आते हैं.

पिंडदान के सपने आने पर आपको पितरों का तर्पण और श्राद्ध अवश्य करना चाहिए. पीपल वृक्ष में जल चढ़ाना चाहिए और पितरों का स्मरण करना चाहिए.

स्वप्न शास्त्र के अनुसार, यदि सपने में पिंडदान देखने के बाद आप शांति का अनुभव करते हैं तो यह शुभ संकेत है. यह पितरों की संतुष्टि और आशीर्वाद का संकेत होता है. लेकिन ऐसा सपना देखकर आपको अगर बेचैनी या डर का अनुभव हो तो यह पितरों की नाराजगी का संकेत हो सकता है.
Published at : 20 Sep 2025 06:03 PM (IST)