Gutkha Flavors and Health Risks: गुटखा में किस वजह से आता है फ्लेवर का स्वाद, यह सेहत के लिए कितना होता है खतरनाक?

Gutkha Flavors and Health Risks: गुटखा में किस वजह से आता है फ्लेवर का स्वाद, यह सेहत के लिए कितना होता है खतरनाक?


Gutkha Health Risks: भारत में गुटखा एक आम तंबाकू उत्पाद है, जिसे लोग स्वाद और फ्लेवर के लिए पसंद करते हैं. इसे चबाना कई लोगों के लिए आदत बन चुका है, खासकर युवाओं में. बाजार में मिलने वाला गुटखा अलग-अलग स्वादों में आता है, मीठा, मसालेदार, मिंटी या थोड़ा कड़वा. लोग इसे स्वादिष्ट मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी स्वाद के पीछे कितनी खतरनाक चीजें छिपी होती हैं. गुटखा का फ्लेवर आपके मुँह और दिमाग को आकर्षित कर सकता है, लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है. इसे खाने का मजा अस्थायी होता है, लेकिन इसके नुकसान दीर्घकालिक और गंभीर होते हैं.

गुटखा में फ्लेवर का सोर्स

  • गुटखा मुख्य रूप से तंबाकू, सुपारी (Areca nut), स्लेक (Slaked lime) और फ्लेवरिंग एजेंट्स से बना होता है.
  • Areca nut (सुपारी): यह गुटखा का मुख्य घटक है और इसका स्वाद कड़वा, मीठा या मसालेदार होता है.
  • तंबाकू: इसमें प्राकृतिक तंबाकू के साथ कभी-कभी मिलाए गए फ्लेवर एजेंट्स जैसे मेन्थॉल या मसाले होते हैं.
  • कैमिकल फ्लेवरिंग एजेंट्स: मिंट, एनेज़ (anis) और अन्य आर्टिफिशियल फ्लेवर डालकर इसका स्वाद बढ़ाया जाता है.
  • चीनी और स्वाददायक पदार्थ: गुटखा का स्वाद मीठा और सुघड़ बनाए रखने के लिए अक्सर चीनी या ग्लूकोज मिलाया जाता है.

इन सभी चीजों के मिश्रण से गुटखा का जो स्वाद मिलता है, वह प्राकृतिक तंबाकू और सुपारी के स्वाद के साथ आर्टिफिशियल फ्लेवरिंग का मिश्रण होता है. यही कारण है कि कई लोग इसे खाने में मजेदार या मुंह में ठंडक देने वाला अनुभव मानते हैं.

गुटखा स्वास्थ्य के लिए क्यों खतरनाक है

गुटखा स्वाद में आकर्षक होने के बावजूद स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है. इसके प्रमुख खतरे हैं-

कैंसर का खतरा- गुटखा में मौजूद तंबाकू और सुपारी कैंसरजनक (carcinogenic) पदार्थ होते हैं. भारत में ओरल कैंसर के अधिकांश मामले गुटखा और तंबाकू के सेवन से जुड़े हैं.

दांत और मसूड़ों की समस्या– गुटखा चबाने से दांत पीले पड़ जाते हैं. मसूड़े कमजोर होते हैं और धीरे-धीरे गिरने का खतरा बढ़ता है.

हार्ट और ब्लड प्रेशर पर असर: सुपारी और तंबाकू का सेवन हृदय गति बढ़ाता है और ब्लड प्रेशर को अस्थायी रूप से बढ़ा सकता है. लंबे समय में हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.

नशे और निर्भरता- गुटखा में निकोटीन और Arecoline जैसी रासायनिक पदार्थ होती हैं, जो शरीर को जल्दी लत लगाती हैं. इससे लोग मानसिक और शारीरिक रूप से निर्भर हो जाते हैं.

पाचन संबंधी समस्याएं-  गुटखा पेट और लीवर पर भी असर डालता है. कब्ज, गैस और कभी-कभी अल्सर जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

गुटखा का फ्लेवर चाहे कितना भी आकर्षक क्यों न हो, यह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है. इसका नियमित सेवन ओरल कैंसर, दांत और मसूड़े की समस्या, हृदय रोग और निर्भरता जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ और WHO हमेशा गुटखा और तंबाकू उत्पादों से दूर रहने की सलाह देते हैं.

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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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