एक मां की चीखें, एक बहन की दौड़ती धड़कनें और एक घर की बंद दीवारें… कानपुर में जो हुआ, उसने रिश्तों पर से विश्वास ही डिगा दिया. यह कोई आम घरेलू झगड़ा नहीं था, बल्कि एक ऐसी साजिश थी, जिसे सुनकर रूह कांप जाए. आरोप है कि पांच लाख रुपये के लिए ससुरालियों ने अपनी ही बहू को कमरे में बंद कर सांप छोड़ दिया. सांप के डंसते ही महिला दर्द से तड़पती रही और बाहर खड़े परिजन उसकी चीखें सुनकर तमाशा देखते रहे.
निकाह से प्रताड़ना तक
19 मार्च 2021. यही वह दिन था जब रेशमा ने शहनवाज के साथ निकाह किया. निकाह के समय दहेज की मांगों की आंधी चल रही थी, लेकिन मायके वालों ने जैसे-तैसे रिश्ता निभाया. रेशमा के परिवार ने लाखों रुपये खर्च किए, सोना-चांदी दिया, मगर शादी के बाद हालात बिगड़ने लगे. शुरुआती महीनों में सब सामान्य लगा, लेकिन धीरे-धीरे ‘तेरे मायके से कुछ खास नहीं आया…’, ‘इतना भी नहीं है कि ठीक से घर चला सके…’ जैसे ताने देने शुरू हो गए.रेशमा ने सोचा, वक्त के साथ सब ठीक हो जाएगा. लेकिन मांगें खत्म नहीं हुईं.
डेढ़ लाख भी न बुझा पाई भूख
रेशमा की बहन रिजवाना बताती हैं कि कुछ महीने पहले ससुरालियों ने पांच लाख रुपये की मांग रखी थी. मायकेवालों ने समझौता करते हुए डेढ़ लाख रुपये दिए, ताकि रिश्ता बचा रहे. लेकिन यह रकम भी उनके लालच को कम न कर सकी. रिजवाना का आरोप है कि हर दिन दबाव बनाया जाता था. रेशमा रो-रोकर हमें फोन करती थी. कहती थी कि अगर पैसे नहीं दिए तो मेरी जिंदगी नरक बना देंगे.
18 सितंबर की साजिश
वह मनहूस रात आई 18 सितंबर को. घरवालों ने रेशमा को एक पुराने कमरे में धकेल दिया. दरवाजा बाहर से बंद कर दिया गया. आरोप है कि कमरे की सीलन भरी नाली से सांप को अंदर भेजा गया. सांप सरकता हुआ अंदर आ गया. बाहर खड़े परिवारजन हंसी-ठिठोली करते रहे. रेशमा ने दरवाजा पीटा, चीखी-चिल्लाई. लेकिन किसी ने परवाह नहीं की. फिर वही हुआ, जिसका अंदेशा था. सांप ने उसके पैर पर डंस मार दिया. दर्द असहनीय था.
मोबाइल से आखिरी कोशिश
रेशमा ने मोबाइल निकाला. बहन रिजवाना को फोन किया. आवाज टूटी-टूटी थी कि दीदी… बचा लो… उन्होंने मुझे कमरे में बंद कर दिया है… सांप ने काट लिया… यह सुनते ही रिजवाना बदहवास होकर वहां पहुंचीं. दरवाजा खोला तो रेशमा अचेत हो चुकी थी. आनन-फानन में उसे हैलट अस्पताल ले जाया गया.
तमाशा देखते रहे घरवाले
गनीमत रही कि वक्त रहते अस्पताल पहुंच गई, वरना नतीजा घातक हो सकता था. लेकिन सवाल ये है कि जब वह तड़प रही थी, तब परिवार क्यों तमाशा देख रहा था? क्यों किसी ने दरवाजा नहीं खोला? पड़ोसियों का कहना है कि घर से शोर सुनाई दे रहा था, लेकिन किसी को भनक नहीं थी कि अंदर ऐसा षड्यंत्र चल रहा है.
पुलिस में शिकायत, सात पर मुकदमा
रेशमा की बहन रिजवाना ने थाने में तहरीर दी. पुलिस ने पति शहनवाज, सास-ससुर, जेठ-जेठानी और ननद समेत सात लोगों पर केस दर्ज किया है. गैर इरादतन हत्या के प्रयास, दहेज उत्पीड़न और आपराधिक षड्यंत्र जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं. थाना प्रभारी का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा.
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