36 मिनट पहले
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मुंबई के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर को सूचित किया है कि वह अब लाल गेंद (रेड-बॉल) क्रिकेट यानी टेस्ट और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से ब्रेक लेना चाहते हैं।
यह फैसला उन्होंने लखनऊ में चल रहे इंडिया-ए और ऑस्ट्रेलिया-ए के बीच मैच से हटने के दो दिन बाद लिया।
दो महीने के बाद 31 साल के होने वाले अय्यर ने मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर से बात कर अपनी परेशानी बताई। अय्यर ने कहा कि उनके लिए लंबे फॉर्मेट के क्रिकेट का दबाव झेलना मुश्किल हो रहा है और उन्हें पीठ में तकलीफ महसूस हो रही है। इसी कारण उन्होंने इंडिया-ए के मैच से नाम वापस ले लिया।
अय्यर टी-20 और वनडे पर कर सकेंगे फोकस अय्यर का यह फैसला उनके करियर के लिए एक बड़ा कदम हो सकता है। अब वह वनडे और टी-20 क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान दे सकते हैं। साथ ही, पीठ की समस्या को ठीक करने के लिए वह रिहैबिलिटेशन और फिटनेस पर भी काम कर सकते हैं।
टेस्ट टीम चयन से पहले बड़ा कदम चयनकर्ता 2 अक्टूबर से अहमदाबाद में शुरू होने वाली दो मैचों की वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए 24 सितंबर को टीम चुनने वाले हैं। माना जा रहा था कि सिलेक्टर्स अय्यर को टेस्ट क्रिकेट में वापसी का मौका दे सकते हैं। अय्यर फरवरी 2024 से टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। लेकिन उनके इस फैसले के बाद अब यह संभावना खत्म हो गई है।
टेस्ट क्रिकेट में अय्यर का प्रदर्शन श्रेयस अय्यर ने फरवरी 2024 से टेस्ट क्रिकेट में वापसी नहीं की है। उन्होंने 14 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उनकी एकमात्र शतकीय पारी 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में डेब्यू टेस्ट में आई थी। हाल ही में दलीप ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन ने निराश किया, जहां उन्होंने 25 और 12 रन बनाए। इसके बाद इंडिया-ए के लिए पिछले हफ्ते वह सिर्फ 8 रन ही बना सके। हालांकि, पिछले घरेलू फर्स्ट क्लास सीजन में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था, जिसके चलते चयनकर्ताओं ने उन्हें इंडिया-ए का कप्तान बनाया था।
वनडे में अपना स्थान पक्का किया, टी-20 में मिल रही है चुनौती श्रेयस अय्यर ने वनडे क्रिकेट में अपनी जगह पक्की कर ली है। इस साल उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन टी-20 अंतरराष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे है। विदेशी पिचों पर तेज और शॉर्ट गेंदों के खिलाफ उनकी कमजोरी और 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं का उन पर से भरोसा कम हुआ था।
मिडिल ऑर्डर में चयनकर्ताओं को चुनौती का सामना करना पड़ सकता है अब चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट के सामने टेस्ट मिडिल ऑर्डर को मजबूत करने की चुनौती है। करुण नायर भी खराब फॉर्म में हैं, जबकि ऋषभ पंत चोट के कारण उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में देखना होगा कि क्या चयनकर्ता सरफराज खान को मौका देते हैं। कुल मिलाकर, अय्यर का यह कदम भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य की रणनीति को काफी प्रभावित कर सकता है।