अभिषेक शर्मा के पिता राज कुमार।
एशिया कप 2025 के सुपर-4 में पाकिस्तान को हराने के बाद हर किसी की जुबान पर सिर्फ एक नाम है- अभिषेक शर्मा। दुबई के मैदान में 21 सितंबर की रात उनकी बैटिंग सिर्फ ड्राइव और कट की खूबसूरती नहीं थी, वह अपने परिवार, गुरु और देश के सपने के लिए मैदान में उतरा
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शुरुआत से ही शाहीन अफरीदी और रऊफ ने लगातार अभिषेक को भड़काने की कोशिश की। पहली ही गेंद पर शाहीन को छक्का मारना फिल्मी अंदाज लगा। अभिषेक का ये रूप, पाकिस्तान के उन दोनों प्लेयर्स को जवाब था।
हर गेंद पर पाकिस्तान की आक्रामकता, अभिषेक के चेहरे पर विश्वास और आंखों में देश के लिए जी-जान लगा देने की ललक झलका रही थी। अफरीदी के शब्दों का जवाब उन्होंने अपने बैट से दिया। हर चौका उन्होंने समीप खड़े पाक खिलाड़ियों की ओर देखकर मारा, जैसे कह रहे हों “बस बल्ला बोलेगा, जुबान नहीं।
अभिषेक शर्मा ने 39 गेंदों पर 74 रन की यादगार पारी खेली। यह सिर्फ आंकड़ा नहीं, जज्बात थे। इन्हीं जज्बातों को जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम अभिषेक शर्मा के पिता राज कुमार तक पहुंची।

मैच के दौरान
अभिषेक नहीं, ये देश की जीत है
अभिषेक के पिता राज कुमार ने पूरे देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि पूरे देश के लिए यह बहुत गौरव की बात है, भारत को जीत हासिल हुई है। अभिषेक की मैच से पहले ही पिता से बातचीत हुई थी। अभिषेक ने साफ कहा था कि वे शतक बनाने के मकसद से मैदान में उतर रहा है।
पिता राज कुमार ने कहा कि लेकिन सभी जानते हैं, भारत-पाक के बीच मैच में प्लेयर्स पर दबाव होता है। लेकिन अभिषेक जितना खेले, वे बेहतर खेले। उन्होंने कहा कि बीता भारत-पाक जबरदस्त था और दोनों टीमों पर बहुत प्रेशर था, मगर जो अच्छा खेलता है वही जीत हासिल करता है।
मां-बहन हौसला बढ़ाने के लिए दुबई में साथ थी
पिता राज कुमार ने बताया कि अभिषेक की माता व बहन दोनों ही दुबई में हैं। मैच के बाद उनकी मुलाकात अभिषेक से हुई। अभिषेक की बहन की शादी है। इस दौरान सिर्फ शादी को लेकर ही बातचीत हुई। अभिषेक की मां ने जानकारी दी कि अभिषेक मैच के बाद शांत व खुश था।

अभिषेक शर्मा की तरफ घूरते
शुभमन गिल के साथ जोड़ी जमी
पिता राज कुमार ने अभिषेक शर्मा के बारे में कहा कि शुभमन गिल के साथ उनकी 105 रन की ओपनिंग साझेदारी ने पाकिस्तान को सांस लेने तक का मौका नहीं दिया। वह बहुत अच्छा खेले। वे दोनों बचपन से साथ रहे हैं। शुभमन गिल और अभिषेक की जोड़ी ने कल भी अच्छा खेल के भारत को जीत दिलवाई।
उन्होंने कहा- युवराज सिंह से प्रेरणा पाने वाला अभिषेक आज युवाओं का हीरो है। “पहली गेंद पर छक्का”, “सुपर फिफ्टी”, “रिकॉर्ड छक्के” ये सब दिखाते हैं कि कैसे एक लड़का सपनों को सच करने का जज्बा लेकर उतरता है।
मैच से एक दिन पहले हुई थी अभिषेक से बात
पिता राज कुमार ने बताया कि मैच के बाद से अभी तक उनकी अभिषेक से बात नहीं हुई है। मैच से एक दिन पहले जब उनकी अभिषेक से बात हुई तो उन्होंने उसे दिमाग से खेलने और हिंदुस्तान को जिताने की बात कही।
बहस पर बोलने से किया मना
जानकारी के लिए बता दें कि चलते मैच में अभिषेक और हारिस रऊफ की बहस हुई थी। जब इस बारे में पिता ने बोलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अभिषेक बहुत प्रेशर में था, जिस कारण यह बहस हुई होगी। वैसे उनकी बात नहीं हुई और उससे बात के बाद ही वे इस बारे में कुछ कह सकेंगे।