कमर दर्द आजकल एक आम समस्या बन चुकी है. ऑफिस में घंटों बैठना, गलत तरीके से उठना-बैठना या भारी सामान उठाने से कई पुरुषों को कमर दर्द की शिकायत रहती है, लेकिन अगर यह दर्द लंबे समय तक बना रहे और आराम करने से भी ठीक न हो तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. कई रिसर्च में सामने आया है कि पुरुषों में लंबे समय तक कमर दर्द रहना प्रोस्टेट कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है.
कमर दर्द और कैंसर का कनेक्शन
कमर दर्द ज्यादातर मामलों में मांसपेशियों में खिंचाव, गलत पॉश्चर या स्लिप डिस्क जैसी दिक्कतों के कारण होता है. अगर यह दर्द हफ्तों या महीनों तक बना रहे, खासकर रात में बढ़ जाए या पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट के साथ हो तो यह प्रोस्टेट कैंसर या रीढ़ की हड्डी के ट्यूमर का लक्षण हो सकता है. दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल के सीनियर सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. हरीश वर्मा के मुताबिक, पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. अगर कमर दर्द के साथ पेशाब में दिक्कत, खून आना या वजन कम होना जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत जांच करानी चाहिए. The Lancet Oncology में 2025 के दौरान पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, प्रोस्टेट कैंसर के 30 पर्सेंट मरीजों में शुरुआती लक्षण के तौर पर कमर या पीठ के निचले हिस्से में दर्द देखा गया. यह दर्द तब होता है, जब कैंसर की कोशिकाएं प्रोस्टेट ग्रंथि से निकलकर हड्डियों खासकर रीढ़ की हड्डी तक फैल जाती हैं. इसे मेटास्टैटिक प्रोस्टेट कैंसर कहते हैं.
प्रोस्टेट कैंसर क्या है और क्यों होता है?
प्रोस्टेट पुरुषों में एक छोटी ग्रंथि होती है, जो मूत्राशय के नीचे और मलाशय के सामने होती है. यह ग्रंथि स्पर्म प्रॉडक्शन में मदद करती है. प्रोस्टेट कैंसर तब होता है, जब इस ग्रंथि की सेल्स अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं. डॉक्टरों के मुताबिक, भारत में तंबाकू, शराब और खराब लाइफस्टाइल की वजह से प्रोस्टेट कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. 50 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों में यह खतरा ज्यादा होता है. Journal of Clinical Oncology (2024) में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, भारत में प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में दूसरा सबसे कॉमन कैंसर बन रहा है. दिल्ली जैसे शहरों में प्रदूषण, तनाव और खराब लाइफस्टाइल इसके लिए जिम्मेदार हैं. अगर समय पर जांच न हो तो यह कैंसर हड्डियों तक फैल सकता है, जिससे कमर दर्द जैसा लक्षण दिखता है.
प्रोस्टेट कैंसर में कैसे होते हैं लक्षण?
प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर सामान्य लगते हैं, जिसकी वजह से लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. कई मरीजों को कमर में दर्द होता है, जिसे वे मांसपेशियों की समस्या समझकर पेनकिलर लेते रहते हैं. हालांकि, जब दर्द ठीक नहीं होता, तब जाकर जांच करवाते हैं. तब तक कैंसर एडवांस स्टेज में पहुंच सकता है.
ये हैं बेहद कॉमन लक्षण
- लंबे समय तक कमर या पीठ के निचले हिस्से में दर्द, खासकर रात में.
- पेशाब में दिक्कत, जैसे बार-बार पेशाब आना, पेशाब में रुकावट या जलन.
- पेशाब में खून या वीर्य में खून आना.
- वजन में अचानक कमी और भूख कम लगना.
- रीढ़ तक कैंसर फैलने पर पैरों में सुन्नपन या कमजोरी.
- यौन क्रिया में बदलाव जैसे इरेक्शन में दिक्कत.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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