Artificial Intelligence: आज की दुनिया में तकनीक इतनी तेज़ी से आगे बढ़ रही है कि हर रोज़ नए-नए आविष्कार हो रहे हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन जैसी टेक्नोलॉजी इंसानों के काम को आसान बना रही हैं. लेकिन सवाल यह है कि क्या आने वाले समय में यही टेक्नोलॉजी इंसानों की नौकरियां खत्म कर देंगी? एआई से जब सवाल पूछा गया तो उसने हैरान करने वाला जवाब दिया. आइए जानते हैं विस्तार से.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बढ़ता दायरा
AI ने पिछले कुछ सालों में बड़ी छलांग लगाई है. आज चैटबॉट्स, वॉइस असिस्टेंट्स और AI आधारित टूल्स कंपनियों में ग्राहक सेवा से लेकर डाटा एनालिसिस तक का काम कर रहे हैं. बैंकिंग, हेल्थकेयर और एजुकेशन सेक्टर में AI का इस्तेमाल बढ़ने से कई पारंपरिक नौकरियां खतरे में आ सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2030 तक करोड़ों नौकरियां पूरी तरह AI आधारित सिस्टम संभाल सकते हैं.
रोबोटिक्स और ऑटोमेशन
फैक्ट्रियों और इंडस्ट्रियल सेक्टर्स में पहले से ही रोबोटिक मशीनें इंसानों का काम कर रही हैं. कार मैन्युफैक्चरिंग से लेकर पैकेजिंग तक, हर जगह रोबोट का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है. ऑटोमेशन से कंपनियों की प्रोडक्टिविटी बढ़ रही है और लागत भी घट रही है. यही वजह है कि आने वाले वर्षों में इंसानों की जगह रोबोट्स का इस्तेमाल और तेज़ी से बढ़ेगा.
हेल्थकेयर में बदलाव
2030 तक मेडिकल सेक्टर में भी टेक्नोलॉजी बड़ा बदलाव ला सकती है. रोबोटिक सर्जरी, AI आधारित डायग्नोसिस और ऑटोमेटेड फार्मेसी सिस्टम डॉक्टर्स और नर्सों का बोझ कम करेंगे. हालांकि, इससे हेल्थकेयर स्टाफ की नौकरियां कम हो सकती हैं लेकिन साथ ही नई टेक्निकल स्किल्स वाले लोगों की मांग भी बढ़ेगी.
ट्रांसपोर्टेशन और ड्राइविंग जॉब्स
ऑटोमैटिक और सेल्फ-ड्राइविंग वाहनों का विकास तेजी से हो रहा है. कंपनियां ऐसी कार और ट्रक बना रही हैं जिन्हें चलाने के लिए इंसान की जरूरत न हो. अगर यह तकनीक बड़े स्तर पर लागू होती है तो टैक्सी, ट्रक और बस ड्राइवर्स की नौकरियों पर सीधा असर पड़ेगा.
रिटेल और कस्टमर सर्विस
ऑनलाइन शॉपिंग के साथ-साथ ऑटोमेटेड कैश काउंटर और वर्चुअल असिस्टेंट्स पहले ही रिटेल इंडस्ट्री को बदल रहे हैं. आने वाले समय में सुपरमार्केट्स और मॉल्स में कैशियर्स की जगह मशीनें ले सकती हैं. इससे लाखों नौकरियां खतरे में आ जाएंगी.
क्या होंगी नई संभावनाएं?
भले ही कई नौकरियां खत्म होंगी लेकिन टेक्नोलॉजी नए अवसर भी लेकर आएगी. AI, डेटा साइंस, साइबर सिक्योरिटी, रोबोटिक्स इंजीनियरिंग और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्रों में स्किल्ड लोगों की मांग लगातार बढ़ेगी. इसका मतलब यह है कि जो लोग नई टेक्नोलॉजी सीखेंगे, उनके लिए भविष्य उज्ज्वल होगा.
2030 तक इंसानों की जगह मशीनें और टेक्नोलॉजी कई काम संभाल लेंगी जिससे पारंपरिक नौकरियों में कमी आ सकती है. लेकिन यह बदलाव केवल नकारात्मक नहीं होगा क्योंकि इसके साथ नए रोजगार और अवसर भी पैदा होंगे.
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