योग गुरु और पतंजलि के संस्थापक स्वामी रामदेव ने हाल आजतक हेल्थ समिट में युवाओं और Gen-Z को फिटनेस और स्वास्थ्य के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कोई भी बूढ़ा नहीं होना चाहता और युवाओं को पावर योग और एंटी-एजिंग योग की आवश्यकता है. रामदेव ने बताया कि वे 60 के होने वाले हैं, लेकिन उनकी फिटनेस और स्टैमिना 25-30 साल के युवाओं जैसी है. उन्होंने कहा, “यदि बॉडी का स्ट्रक्चर, शेप और प्रोडक्टिविटी सही हो, तभी दुनिया में 100 फीसदी कामयाबी हासिल की जा सकती है.”
स्वामी रामदेव ने बिजनेस और योग गुरु बनने पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि उनके लिए योग सर्वोपरि है. पतंजलि पर आलोचनाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी योग करते हैं. रामदेव ने कहा कि वे अभी भी Gen-Z जैसी ऊर्जा के साथ काम कर रहे हैं.
स्वामी रामदेव ने जीवन में दृष्टि और दक्षता बनाए रखने के लिए अनिलोम और विलोम योग का महत्व बताया. स्वामी रामदेव ने Gen-Z को सलाह दी कि वजन कम करने के लिए किसी तरह की दवाई, इंजेक्शन या फैट-कटर्स का सहारा न लें. उनका कहना है कि लंबी सांसें लेने और संतुलित आहार से भी वजन नियंत्रित किया जा सकता है.
रामदेव ने यह भी साझा किया कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी ने फास्टिंग और डाइट कंट्रोल के माध्यम से 40-45 किलो वजन कम किया है. उन्होंने कहा कि वे खुद 18 घंटे काम करते हैं और थकान महसूस नहीं करते. स्वामी रामदेव ने आलोचकों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जो लोग योग, आयुर्वेद और भारत के उत्कर्ष से डरते हैं, वही मुझे गाली देते हैं. मुझे ताली या गाली से कोई फर्क नहीं पड़ता.”
रामदेव ने अपने संदेश में यह भी कहा कि जीवन में शक्ति, फिटनेस और मानसिक स्पष्टता बनाए रखना बहुत जरूरी है. उनका मानना है कि योग और आयुर्वेद के नियमित अभ्यास से व्यक्ति न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहता है.
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