
भारतीय बाजार में 32 और 43 इंच के ज्यादातर स्मार्ट टीवी 1GB RAM के साथ आते हैं. यह सामान्य इस्तेमाल के लिए ठीक है, यानी अगर आप केवल यूट्यूब या एक-दो स्ट्रीमिंग ऐप्स ही चलाते हैं तो यह पर्याप्त है. लेकिन अगर आप ज्यादा ऐप्स इंस्टॉल करना चाहते हैं और टीवी का हैवी इस्तेमाल करते हैं तो 1 जीबी RAM बिल्कुल भी काफी नहीं होगी. ऐसे हालात में 2 जीबी RAM वाला स्मार्ट टीवी लेना समझदारी होगी क्योंकि इससे परफॉर्मेंस स्मूथ रहती है और लैग की दिक्कत भी कम होती है.

केवल RAM ही नहीं, टीवी खरीदते समय उसका मॉडल ईयर भी देखना जरूरी है. जितना नया मॉडल होगा प्रोसेसर भी उतना अपग्रेडेड होगा और परफॉर्मेंस बेहतर मिलेगी. अगर कोई टीवी मॉडल तीन साल से ज्यादा पुराना है तो भले ही सेल में सस्ता मिले, उसे खरीदना नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि वह लंबे समय तक अच्छा अनुभव नहीं देगा.

आजकल ज्यादातर लोग अपने स्मार्ट टीवी में ढेरों ऐप्स इंस्टॉल करके रखते हैं जैसे नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो, जियोसिनेमा, हॉटस्टार, सोनी लिव, जी5 और कई दूसरे ऐप्स. ऐसे में स्टोरेज की अहमियत और बढ़ जाती है. किसी भी स्मार्ट टीवी के लिए कम से कम 8 जीबी स्टोरेज होना आदर्श माना जाता है. 4 जीबी से कम स्टोरेज वाला टीवी बिल्कुल नहीं लेना चाहिए, क्योंकि उसमें जरूरी ऐप्स भी ढंग से इंस्टॉल नहीं हो पाएंगे.

अगर आपके पास पहले से स्मार्ट टीवी है और वह स्लो चल रहा है, तो इसके लिए मार्केट में एक आसान समाधान भी मौजूद है. आप स्मार्ट टीवी स्टिक खरीद सकते हैं, जैसे अमेज़न फायर टीवी स्टिक, रियलमी या शाओमी टीवी स्टिक. इनमें आमतौर पर 2 जीबी RAM और 8 जीबी स्टोरेज मिलती है. इन्हें HDMI पोर्ट से जोड़कर आप पुराने या स्लो स्मार्ट टीवी को भी तेज और बेहतर परफॉर्मेंस वाला बना सकते हैं.

सीधी बात यह है कि स्मार्ट टीवी खरीदते समय सिर्फ सेल और डिस्काउंट देखकर फैसला न लें. RAM, स्टोरेज और मॉडल ईयर पर ध्यान देंगे तो लंबे समय तक बिना परेशानी के शानदार अनुभव मिलेगा.
Published at : 04 Oct 2025 09:28 AM (IST)