अगर आप Google Chrome और Mozilla Firefox यूज करते हैं तो सरकार की तरफ से इन्हें लेकर अलर्ट जारी किया गया है. सरकारी एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने इन दोनों ब्राउजर में गंभीर सुरक्षा खामियों को लेकर अलर्ट जारी किया है. एजेंसी की तरफ से कहा गया है कि इन खामियों का दुरुपयोग कर हैकर्स यूजर्स की संवेदनशील जानकारी चुरा सकते हैं और प्रभावित डिवाइस काम करना बंद कर सकता है.
Google Chrome में मिली कई खामियां
CERT-In का पहला अलर्ट Google Chrome को लेकर है. एजेंसी को इस ब्राउजर के पुराने वर्जन में कई खामियां मिली हैं. खासकर WebGPU और वीडियो, स्टोरेज और टैब में साइड-चैनल इंफोर्मेशन लीकेज, मीडिया में आउट ऑफ बाउंड रीड्स और V8 इंजन में गंभीर खामियों के चलते यह अलर्ट आया है. इनकी मदद से कोई भी रिमोट अटैकर्स किसी सिस्टम की सिक्योरिटी को बायपास कर सकते हैं. इसके अलावा वो सिस्टम को ऐसी स्थिति में डाल सकते हैं, जहां यह काम करना बंद कर देगा.
Mozilla Firefox में भी ऐसी ही स्थिति
इसी तरह Mozilla Firefox के Linux और Windows पर 143.0.3 से पुराने और iOS पर 143.1 से पुराने वर्जन में भी गंभीर सुरक्षा खामियां मिली हैं. इनमें कूकीज सेटिंग का सही आइसोलेशन न होना, Graphics Canvas2D में इंटीगर ओवरफ्लो और JavaScript इंजन में JIT miscompilation जैसी खामियां शामिल हैं. इनकी वजह से अगर कोई यूजर किसी मलेशियस वेब रिक्वेस्ट पर क्लिक कर लेता है तो हैकर्स सिस्टम कंट्रोल अपने हाथ में ले सकते हैं और ब्राउजर में स्टोर संवेदनशील जानकारी तक अपनी पहुंच बना सकते हैं.
यूजर्स को क्या करना चाहिए?
CERT-In ने अपने दोनों अलर्ट में खासतौर पर दोनों ब्राउजर्स को अपडेट करने को कहा है. दोनों ब्राउजर्स के पुराने वर्जन में ये खामियां हैं, जिन्हें संबंधित कंपनियों की तरफ से दूर किया जा चुका है. ऐसे में ब्राउजर को अपडेट करना सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है. साइबर हमलों से बचने के लिए भी आमतौर पर ब्राउजर समेत सभी ऐप्स को अपडेट रखने की सलाह दी जाती है.
ये भी पढ़ें-
ऐप्पल की धांसू तैयारी, एक-दो नहीं, इस महीने लॉन्च करेगी पूरे पांच प्रोडक्ट्स, देखें लिस्ट