
आज 6 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा का पर्व है. इसे कोजागिरी पूर्णिमा, रास पूर्णिमा, कमला व्रत और कौमुदी व्रत आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में इस पूर्णिमा को साल में पड़ने वाली सभी पूर्णिमा में श्रेष्ठतम माना जाता है.

आश्विन महीने की शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा की जाती है. साथ ही इस दिन लोग खीर बनाकर रात में चंद्रमा के प्रकाश के नीचे रखते हैं. माना जाता है कि, इससे खीर में अमृत तत्व आ जाते हैं और खीर अमृत के समान हो जाता है.

आज शरद पूर्णिमा पर कई दुर्लभ योगों का निर्माण हुआ है. लेकिन साथ ही आज पंचक और भद्रा का अशुभ साया भी मंडरा रहा है. ऐसे में यह जान लें कि, आज पूजा-पाठ कब करें और किस समय रखें खीर.

शरद पूर्णिमा पर आज भद्रा दोपहर 12:23 से लगेगी और रात 10:53 तक रहेगी. भद्रा का प्रभाव पृथ्वी पर रहेगा. इसलिए इस दौरान पूजा-पाठ करने या खीर रखने से बचें. वहीं पंचक का प्रभाव पूरे दिन रहेगा.

ज्योतिष के अनुसार खीर रखने का शुभ मुहूर्त रात 10:37 से शुरू होगा और रात 12:09 तक रहेगा. इस समय में भद्रा का प्रभाव नहीं रहेगा और आप चंद्रमा के प्रकाश में खीर रख सकते हैं.

बात करें पंचक की तो, पंचक का प्रभाव पांच दिनों तक रहता है, जोकि 3 अक्टूबर से 8 अक्टूबर 2025 तक रहेगा. इन पांच दिनों में आप पूजा-पाठ कर सकते हैं. इसमें कोई मनाही नहीं है. लेकिन पंचक की अवधि में कोई भी शुभ कार्य करने से बचें.
Published at : 06 Oct 2025 12:20 PM (IST)