बिहार में 6 नवंबर से विधानसभा चुनाव 2025 का आगाज होगा. नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर समेत तमाम नेता तैयारियों में जुट गए हैं. बिहार चुनाव दो चरणों में पूरा होगा. वहीं 14 नवंबर को मतगणना शुरू होगी. चुनाव से जुड़े ऐसे कई किस्से हैं जो कि बहुत ही कम लोगों को पता है. इसी तरह का एक रोचक किस्सा भारत के पहले विधानसभा चुनाव का है, जो कि 1951-52 में हुआ था.
दरअसल 1951-52 में बिहार की धमदाहा और कोढ़ा संयुक्त रूप से 111-धमदाहा सह कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र कहा जाता था. यहां से पहले एक साथ दो विधायक चुने जाते थे. लिहाजा 1952 के इलेक्शन में लक्ष्मी नारायण सुधांशु और भोला पासवान शास्त्री कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. इस क्षेत्र में कुल 87,744 वोटर थे. भोला पासवान को 26,588 और लक्ष्मी नारायण को 26,453 वोट मिले थे.
लक्ष्मी नारायण सुधांशु और भोला पासवान शास्त्री के अलावा इस चुनाव में कुछ और उम्मीदवार भी खड़े हुए थे. जगरूप मंडल, नरसिंह और कुमार रामप्रकाश ने अलग-अलग दलों से हिस्सा लिया था. जगरूप मंडल सोशलिस्ट पार्टी के प्रत्याशी थे.
तीन बार मुख्यमंत्री के पद पर रहे भोला पासवान
भोला पासवान शास्त्री बिहार के दिग्गज नेताओं में से एक थे. उन्होंने विधायक बनने के बाद मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया था. वे 1968 में पहली बार सीएम बने, लेकिन उनका कार्यकाल 100 दिनों का ही था. इसके बाद 1969 में दोबारा मुख्यमंत्री बने. उनका इस बार कार्यकाल महज 13 दिनों का था. उन्हें तीसरी बार 1971 में मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला. वे इस बार करीब 7 महीनों तक सीएम के पद पर रहे.
गौरतलब है कि उनका जन्म 21 सितंबर 1914 को बिहार के पूर्णिया में हुआ था. उन पर स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी का गहरा प्रभाव था.
इस बार कब होगा बिहार विधानसभा चुनाव
इस बार बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में पूरा होगा. पहला चरण 6 नवंबर को होगा, जबकि दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा. अगर मतगणना की बात करें तो वह 14 नवंबर को होगी.