बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय हो गया है. दोनों दलों ने कई दिनों की बातचीत के बाद आखिरकार समझौते पर मुहर लगा दी है. सूत्रों के अनुसार बीजेपी और जेडीयू के बीच कुल 203 सीटों पर सहमति बनी है, जबकि सहयोगी दलों के लिए 40 सीटें छोड़ी जा सकती हैं. यह समझौता एनडीए गठबंधन के लिए चुनावी समीकरण को मजबूत करने वाला माना जा रहा है.
जेडीयू को 102 और बीजेपी को 101 सीटें मिलने की संभावना
सूत्रों के मुताबिक इस समझौते के तहत जेडीयू 102 सीटों पर और बीजेपी 101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. वहीं एनडीए के अन्य सहयोगी दलों के लिए लगभग 40 सीटें छोड़ी जाएंगी. यह फॉर्मूला 2020 के विधानसभा चुनाव से थोड़ा अलग है, लेकिन दोनों दलों ने इस बार तालमेल को संतुलित रखते हुए सीटों का बंटवारा किया है. इससे साफ है कि एनडीए ने विपक्षी गठबंधन के खिलाफ एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है.
जेडीयू कोटे की संभावित सीटें
जेडीयू को जिन प्रमुख सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है उनमें महनार, बडहडीया, वैशाली, अमरपुर, वाल्मीकिनगर, फुलपरास, धमदाहा, कुचायकोट, बरारी, रून्नी सैदपुर, हरलाखी, सुपौल, मोकामा, पिपरा, केशरिया, संदेश, आलमनगर, जहानाबाद, घोसी, बिहारीगंज, हथुआ, भोरे, सरायरंजन, सोनबरसा, शिवहर, कांटी, वारिस नगर, बरबीघा, बेलागंज, बहादुरपुर और कल्याणपुर जैसी सीटें शामिल हैं. इन सीटों पर जेडीयू का परंपरागत प्रभाव माना जाता है.
बीजेपी कोटे की संभावित सीटें
वहीं बीजेपी के खाते में जिन सीटों की चर्चा है, उनमें प्राणपुर, बरूराज, तरारी, बेगूसराय, लखीसराय, पाटेपुर, जाले, दरभंगा, सहरसा, साहेबगंज, कटिहार, वारिसलीगंज, जमुई, बेतिया, मधुबन, झंझारपुर, दरौंधा, गोरियाकोठी, अमनौर, हाजीपुर, बिहारशरीफ, दीघा, बांकीपुर, रीगा, बिस्फी, छातापुर, बनमंखी, कुम्हरार, पटना साहिब, दानापुर, मनेर और बिक्रम शामिल हैं. बीजेपी की इन सीटों पर मजबूत पकड़ मानी जाती है. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी.