अफगानिस्तान पर शासन कर रहे तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी 9-16 अक्टूबर के बीच भारत दौरे पर हैं. मुत्ताकी का भारत दौरा दोनों देशों के रिश्तों और व्यापारिक सहयोग के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है. अफगानी विदेश मंत्री ने कहा भी है कि भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार को बढ़ाया जाएगा. मुत्ताकी के भारत दौरे में अमृतसर से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तक फ्लाइट शुरू करने की घोषणा भी की गई है.
अपने भारत दौरे को लेकर मुत्ताकी ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि हमारी यात्राओं का भारत-अफगानिस्तान संबंधों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा… हमारा भारत के साथ व्यापार 1 अरब डॉलर से अधिक है… यह अच्छी बात है कि सरकार और प्रधानमंत्री ने काबुल में तकनीकी मिशन को दूतावास के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है… अफगानिस्तान में काम के लिए अनगिनत अवसर मौजूद हैं.’
मुत्ताकी ने आगे कहा, ’45 सालों में पहली बार अफगानिस्तान में जबरदस्त शांति स्थापित हुई है. इसी शांति की वजह से दुनिया भर के लोग यहां राजनयिक उद्देश्यों से आ रहे हैं. हर कोई खुश है…’
पाकिस्तान के साथ हालिया तनाव के संदर्भ में भी अफगानी विदेश मंत्री ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान युद्ध नहीं चाहता. मुत्ताकी ने कहा, ‘पाकिस्तान के अलावा हमारे पांच पड़ोसी देश हैं लेकिन वो तो हमसे खुश हैं. हम जंग नहीं चाहते, हम अमन चाहते हैं.’
पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच सात घंटे तक चली लड़ाई
लड़ाई कैसे और क्यों शुरू हुई, इसके लिए पहले पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच के सीमा विवाद को समझना जरूरी है. दोनों देशों के बीच 2,460 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है जिसे डूरंड रेखा कहते हैं. इस रेखा को ब्रिटिश काल में बनाया गया था जिसे अफगानिस्तान मान्यता नहीं देता है.
तालिबान के सत्ता में आने के बाद से इस सीमा रेखा के जरिए आतंकियों की घुसपैठ बढ़ी है. पाकिस्तान अक्सर आतंकियों पर हमले करता है. इसके लिए पाकिस्तान ने कई बार अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है जो तालिबान शासन को नागवार गुजरा है.
पाकिस्तान ने पहले किए ड्रोन हमले
शनिवार रात भी यही हुआ जब पाकिस्तान ने अपने सीमांत इलाके में छिपे 27 आतंकियों को मारने के लिए ड्रोन हमले किए. हमले से तालिबान बौखला गया और इसे उसने अपने खिलाफ मानते हुए पाकिस्तानी सीमा पर स्थित पुलिस चौकियों पर हमले कर दिए.
जवाब में पाकिस्तान ने तोपों और हवाई जहाज से अफगान चौकियों पर हमले किए जिसमें हेलमंद, कंधार, खोस्त, पक्तिया और पक्तिका जैसे प्रांतों में हमले किए गए.
पाकिस्तान का दावा है कि उसने 200 तालिबानी लड़ाकों को मार गिराया जबकि उसके 23 सैनिक मारे गए हैं. लेकिन तालिबान ने पाकिस्तान के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि उसने पाकिस्तान के 58 सैनिकों को मारा है.
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