उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में अवैध प्रतिबंधित दवाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है. देवीपाटन मंडल के सहायक औषधि आयुक्त मुकेश जैन को लखनऊ स्थित कार्यालय औषधि प्रशासन आयुक्त से कोडीन युक्त सीरप खरीदे जाने की सूचना मिली थी. इसी सूचना के आधार पर दरगाह शरीफ थाना क्षेत्र के सलारगंज में मोहम्मद अली के घर पर छापेमारी की गई. टीम ने वहां से भारी मात्रा में प्रतिबंधित कोडीन कफ सीरप और दर्द निवारक कैप्सूल बरामद किए. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि एक व्यक्ति फरार चल रहा है.
सप्लाई के लिए लग्जरी कार का इस्तेमाल
छापेमारी के दौरान प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई के लिए प्रयोग में लाई जा रही एक ब्लैक कलर की क्रेटा कार भी पकड़ी गई. इस कार पर लखनऊ परिक्षेत्र का वाहन नंबर अंकित है. सहायक आयुक्त मुकेश जैन ने बताया कि कार में नारकोटिक प्रकार की औषधियां मिली हैं, इसलिए इसे साक्ष्य के रूप में लिया गया है.
नारकोटिक प्रकार की औषधियों के सेवन से ‘सीडिएशन’ पैदा होता है, जो धीरे-धीरे लत का रूप ले लेता है. पकड़े गए लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है ताकि इस अवैध कारोबार के पूरे नेटवर्क का पता चल सके.
ड्रग विभाग ने अपनाया सख्त रुख
सहायक आयुक्त ने बताया कि एक व्यक्ति की तलाश करने पर पता चला कि उसका फर्म लाइसेंस लंबे समय से कार्यरत नहीं है. उनसे दवाओं की बिक्री के बारे में पूछताछ की गई. इस अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों से जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है कि यह काला कारोबार कितना फैला है.
आपको बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश में जहरीली कफ सीरप के प्रयोग से 22 बच्चों की मौत के बाद यूपी का औषधि प्रशासन विभाग प्रतिबंधित दवाओं को लेकर बेहद सख्त हो गया है. बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार कंपनी का लाइसेंस रद्द कर मालिक को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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