बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए के भीतर सीट बंटवारे को लेकर खींचतान के बीच राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. अमित शाह से मुलाकात के बात RLM चीफ ने कहा कि वह नाराज नहीं हैं. इससे पहले उन्होंने दिन में कहा था, “नथिंग इज वेल इन एनडीए.”
नाराजगी जैसी कोई बात नहीं: उपेंद्र कुशवाहा
राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है. बातचीत होती है और उस बातचीत में जो भी मुद्दे उठते हैं, लोग उन्हें समय रहते सुलझा लेते हैं. उसी संदर्भ में एक मुद्दा उठा इसलिए हम दिल्ली गए और बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मिले. हमने गृह मंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और सारी बातों पर चर्चा की.”
जल्दी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेंगे उपेंद्र कुशवाहा
RLM चीफ ने बीजेपी आलाकमान के साथ हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा, “वहां जो कुछ हुआ उसके आधार पर हमने यहां भी सभी से बात की, क्योंकि सब कुछ बिहार से जुड़ा है. उसके आधार पर अब कोई भ्रम नहीं है. हम जल्द ही कुछ उम्मीदवारों और सीटों के बारे में प्रेस विज्ञप्ति जारी करेंगे.”
RLM प्रमुख ने बुधवार को पटना स्थित पार्टी कार्यालय में दोपहर साढ़े बारह बजे एक आपात बैठक बुलाने की घोषणा की थी, जिसमें एनडीए के भीतर पार्टी की भविष्य की भूमिका पर चर्चा की जानी थी. बैठक को अचानक स्थगित कर दिया गया.
उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के साथ विमर्श के लिए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और मुझे अभी दिल्ली के लिए जाना है इसलिए आज पार्टी के साथियों के साथ पटना स्थित कैंप कार्यालय में आयोजित होने वाली बैठक तत्काल स्थगित की गई है.”
क्यों नाराज थे उपेंद्र कुशवाहा?
एनडीए की ओर से घोषित सीट बंटवारे के फॉर्मूले में बीजेपी और जेडीयू को 101-101 सीटें, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें, जबकि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) और RLM को छह-छह सीटें दी गई हैं.
फॉर्मूले की घोषणा के बाद कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट किया. उन्होंने लिखा कि सीटों की संख्या अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रही, लेकिन कार्यकर्ता धैर्य बनाए रखें. उन्होंने अपने समर्थकों से क्षमा भी मांगी थी. इस पोस्ट के बाद से ही रालोमो के भीतर असंतोष की चर्चा तेज हो गई थी.