पंचायत आजतक के मंच पर गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार की राजनीति पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि लालू राज का वापिस आना मतलब भले सदी बदल गई हो, लेकिन इक्कीसवीं सदी में जंगलराज में जाना है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने लालू यादव के शासन को बहुत करीब से देखा है, और अब राज्य दोबारा उस दौर में नहीं लौटना चाहता.
अमित शाह ने कहा कि बीजेपी अपनी ताकत पर चुनाव लड़ती है, दूसरों की निर्बलता पर नहीं. हम हमारा चुनाव हमारी ताकत पर, हमारे परफॉर्मेंस पर और हमारे नेतृत्व की लोकप्रियता पर लड़ते हैं. उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनकी निर्बलता हमारी ताकत नहीं है.
नीतीश कुमार को लेकर पूछे गए सवाल पर शाह ने कहा कि पिछली बार बीजेपी ने ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था. उन्होंने बताया कि फडणवीस ने मुझे कहा था कि नीतीश को मत बनाओ, लेकिन हमने उन्हें बनाया. इस बार भी अगर हम ज़्यादा सीटें लेकर आएंगे तो प्रक्रिया वही होगी. सभी गठबंधन के विधायक बैठेंगे और तय करेंगे.
बिहार की जनता पर भरोसा
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
भरोसे के सवाल पर शाह ने साफ कहा कि बीजेपी को नीतीश कुमार पर नहीं, बिहार की जनता पर भरोसा है. नीतीश जी कांग्रेस के साथ कभी लंबे समय तक नहीं टिके. वे समाजवादी विचारधारा के हैं, और कांग्रेस के विरोध से ही उनकी राजनीति शुरू हुई थी. इसलिए ट्रस्ट फैक्टर बीजेपी का नहीं, जनता का है.
जब उनसे पूछा गया कि क्या बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री बनना उनका सपना है, तो शाह मुस्कराते हुए बोले कि मैंने आज तक कोई सपना नहीं देखा. मैं बहुत चैन की नींद सोने वाला आदमी हूं इसलिए ये सपना आपको किसने बता दिया?.
शाह ने यह भी कहा कि बिहार देश का एकमात्र बड़ा हिंदीभाषी राज्य है जहां अब तक बीजेपी का मुख्यमंत्री नहीं बना है, लेकिन पार्टी जनता के भरोसे पर है. उन्होंने कहा कि जहां-जहां बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला, वहां बीजेपी ने अपने दम पर सरकार चलाई.
कुछ गलतियों को हमने सुधारा
चिराग पासवान की भूमिका पर उन्होंने कहा कि पिछली बार की कुछ गलतियों को हमने सुधारा है. चिराग पासवान को इस बार गठबंधन में सम्मानजनक जगह दी गई है. अमित शाह ने कहा कि 2025 के चुनाव में NDA मजबूती से मैदान में है और बिहार की जनता जंगलराज और भ्रमित राजनीति से अब आगे बढ़ चुकी है. हमारा लक्ष्य सिर्फ सत्ता नहीं, सुशासन और स्थिरता है.
—- समाप्त —-