शाहरुख, सलमान और आमिर खान को एक साथ देखना फैंस को काफी पसंद आता है. जब तीनों साथ आते हैं तो तब हर जगह इसकी चर्चा होती है. हालांकि कम ही मौके पर तीनों को साथ देखा जाता है. लेकिन हाल ही में तीनों ने रियाद में जॉय फोरम 2025 में शिरकत की. जहां तीनों खान्स ने हिंदी सिनेमा को लेकर न सिर्फ खुलकर अपनी बात रखी बल्कि एक दूसरे के तारीफ करने से भी नहीं चूके.
बता दें कि जॉय फोरम 2025 एक ग्लोबल मंच है, जो मनोरंजन को नई परिभाषा दे रहा है, जहां इंडस्ट्री जगत की दिग्गज, टॉप, इंटरनेशनल और दुनिया की एंटरटेनमेंट कंपनियां साथ आ रही हैं.
फिल्मी बैकग्राउंड पर बोले शाहरुख खान
बातचीत के दौरान सलमान खान ने कहा, ‘आमिर खान फिल्मी बैकग्राउंड से हैं और मैं भी. लेकिन शाहरुख खान वहां से नहीं है. वो दिल्ली से आए हैं.’ इस पर शाहरुख खान ने जवाब दिया, ‘मैं भी फिल्मी बैकग्राउंड से हूं. क्योंकि सलमान खान और आमिर खान का परिवार मेरा परिवार है.’ इस पर आमिर ने जवाब दिया, ‘अब आपको पता चल गया कि शाहरुख खान स्टार क्यों हैं.’
स्टारडम पर शाहरुख ने दिया जवाब
स्टारडम को लेकर शाहरुख खान ने कहा, ‘जिस स्तर का स्टारडम सलमान ने देखा है, आमिर ने देखा है, और मैं भी जिसे देखने का सौभाग्य पाया हूं, वह वास्तव में आपको विनम्र बनाता है. यह आपको अपने आस-पास की सभी शक्तियों के प्रति कृतज्ञ बनाता है, और सबसे बड़ी शक्तियों में से एक हैं दर्शक जो आपको इतना प्यार करते हैं. इसलिए विनम्रता हमेशा बनी रहती है. मुझे यकीन है कि हम सभी और अन्य सभी एक्टर्स के लिए जैसे-जैसे साल बीतते हैं- कि मैं दर्शकों की सेवा में हूं. मुझे वास्तव में यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि उनका मनोरंजन हो. जैसा कि सलमान ने कहा, जब वे बाहर निकलें, तो उन्हें एक बेहतर इंसान महसूस होना चाहिए क्योंकि उन्होंने हमारी फिल्म देखी है.’
एक्टर ने आगे कहा, ‘जब थियेटर से लोग निकले तो उन्हें कुछ बनने की ख्वाहिश होनी चाहिए, या उन्हें हमारे द्वारा निभाए जा रहे किरदार से खुद को जोड़ना चाहिए. तो आखिरकार, सभी अभिनेताओं के लिए, कम से कम हमारे संदर्भ में यही होगा कि उनके पास सोचने के अलावा और कुछ नहीं है. मुझे लगता है कि हम ऑडियंस को फैन कहना भी पसंद नहीं करते. ये वो लोग हैं जो हमसे प्यार करते हैं. आप ऊर्जा की बात करते हैं, हम बस उनके साथ वह सकारात्मकता बांटना चाहते हैं जो उन्होंने हमें दी है. पिछले 35 सालों से. मैं उनकी सेवा में हूं, जो हमें इतना प्यार करते हैं.’
आमिर खान ने क्या कहा?
बातचीत की शुरुआत आमिर खान ने स्वीकार किया कि लोगों की नजरों में आना उनके लिए कभी स्वाभाविक नहीं रहा. आमिर ने स्पष्ट रूप से कहा, ‘हम तीनों में से मैं शायद सबसे ज्यादा अनिच्छुक स्टार हूं. मुझे कोने में रहना पसंद है. मुझे लाइमलाइट में रहना पसंद नहीं है. मैं इससे सहज नहीं हूं.’ आमिर के इस बयान पर शाहरुख खान ने मज़ाकिया अंदाज में कहा, ‘तुम हमेशा हम दोनों से ज्यादा स्टार बनना चाहते थे.’ जिस पर सलमान खान ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘वह तो पहले जन्मे स्टार थे.’
सोशल मीडिया पर क्या बोले शाहरुख खान?
शाहरुख खान ने सोशल मीडिया के दौर में शोहरत हासिल करने के बारे में बात की. शाहरुख ने कहा, ‘मैं सोशल मीडिया के महत्व को कम नहीं करना चाहता. लेकिन जब आप लोगों की नजरों में होते हैं तो चाहे आप एक्टर हों, रचनाकार हों या कोई और आपको अपनी आंखें बंद रखने की जरूरत होती है. सिनेमा, कहानी सुनाना, रचनात्मकता – ये सब विश्वास से शुरू होता है. अगर आपको अपने काम पर विश्वास है, तो बाकी सब शोर बन जाता है.’
एक्टर ने आगे कहा, ‘हर सुबह अगर हम सोशल मीडिया देखें, तो लोग हमें बताते हैं कि कौन सी फिल्म करनी है, किसके साथ एक्टिंग करना है, क्या पहनना है और यहां तक कि कैसे बैठना है. लेकिन यह कला नहीं है. आपको अपना दिन और अपना करियर एक ही चीज से शुरू करना चाहिए – अपनी कहानी पर विश्वास. आपको वह कहानी बतानी चाहिए जिस पर आपको विश्वास है, और बाकी सब अपने आप हो जाएगा.’
आमिर खान ने गाया गाना
इस इवेंट के दौरान आमिर खान ने संजीव कुमार की फिल्म अनोखी रात का एक मशहूर गाना ‘ओ रे ताल मिले नदी के जल में’ गाया. इस दौरान शाहरुख और आमिर पीछे खड़े होकर हाथ उठाकर डांस करते दिखे.
सलमान खान ने क्या कहा?
इवेंट के दौरान सलमान खान ने एक किस्सा सुनाया. जिसमें बखूबी दिखाया गया था कि फिल्में कैसे पहचान बना सकती हैं. उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, ‘जब मैं एंटर द ड्रैगन देखने गया था, तब मेरी उम्र 13 या 14 साल रही होगी. जब मैं थिएटर से बाहर आया, तो मुझे लगा कि मैं ब्रूस ली हूं. बेशक, मेरी पिटाई हुई. सिनेमा का वह प्रभाव मेरे साथ रहा. जब लोग थिएटर से बाहर निकलें, तो उन्हें आप जैसा बेटा, आप जैसा भाई, आप जैसा पति चाहिए. यही एक अच्छे किरदार का जादू है. फिल्में आपको 20% बेहतर इंसान बनाकर बाहर निकालती हैं.’
एक्टर ने आगे कहा, ‘मैंने यह भी देखा है कि सफलता, असफलता से ज़्यादा असफलताएं देती है. जब आप असफल होते हैं, तो आप उठते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं. जब आप सफल होते हैं, तो अहंकार आ जाता है. आप असफलता का श्रेय ले सकते हैं क्योंकि आपने उसे चुना है, लेकिन सफलता सबकी होती है.’
—- समाप्त —-