देश के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले क्रिकेटर परवेज़ रसूल ने खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है. इस तरह उनके 17 साल के शानदार करियर का अंत हो गया, जिसमें उन्होंने लगातार अच्छे प्रदर्शन और कई उपलब्धियां हासिल की थीं. परवेज ने भारत के लिए 2014 में वनडे डेब्यू किया था. वहीं 2017 में उन्होंने भारत के लिए पहला टी20 मैच खेला था.
दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा के 36 वर्षीय ऑलराउंडर, जो घाटी में युवा क्रिकेटरों के लिए आशा की किरण बने, ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अपने फैसले की जानकारी दी. रसूल ने एक वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. इसके अलावा वह पुणे वॉरियर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी खेल चुके हैं.
परवेज़ रसूल ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें जम्मू-कश्मीर क्रिकेट की विकास गाथा का हिस्सा बनने पर गर्व है. इन वर्षों में, रसूल ने खुद को एक भरोसेमंद ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया है, उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 5,648 रन बनाए हैं और 352 विकेट लिए हैं. घरेलू क्रिकेट में उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए उन्हें रणजी ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर के लिए प्रतिष्ठित लाला अमरनाथ पुरस्कार से दो बार सम्मानित किया गया. यह अवॉर्ड उन्हें 2013-14 और 2017-18 में मिला था. 2012-13 के उनके शानदार प्रदर्शन ने, जहां उन्होंने 594 रन बनाए और 33 विकेट लिए, राष्ट्रीय टीम और आईपीएल में उनके प्रवेश का मार्ग प्रशस्त किया.
परवेज रसूल ने भारत के लिए खेले एक वनडे में दो विकेट झटके थे. वहीं उनकी बैटिंग नहीं आई थी. इसके अलावा देश के लिए एक टी20 इंटरनेशनल मैच खेले परवेज रसूल ने एक विकेट चटकाया और पांच रन बनाए थे. इसके अलावा परवेज आईपीएल में कुल 11 मैच खेले. आईपीएल में उनके नाम 17 रन और 4 विकेट हैं. परवेज ने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे और इंग्लैंड के खिलाफ टी20 मैच खेला था.