दिवाली का त्योहार दुनियाभर में उल्लास और उमंग के साथ मनाया जा रहा है. इस मौके पर कई देशों के नेताओं ने शुभकामनाएं देते हुए रोशनी के इस पर्व को आशा, नवीनीकरण और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक बताया.
ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और सिंगापुर के नेताओं ने आज अपने संदेशों में कहा कि दिवाली शांति और एकता को बढ़ावा देती है और यह विभिन्न संस्कृतियों के बीच सौहार्द का सेतु है.
इजरायल के प्रधानमंत्री ने कहा, “मेरे मित्र नरेंद्र मोदी और भारत की जनता को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं! यह त्योहार आपके महान देश के लिए आशा, शांति और समृद्धि लेकर आए. भारत और इजरायल नवाचार, मित्रता, रक्षा और उज्जवल भविष्य के साझीदार हैं.”
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने दिवाली पर अपने हालिया भारत दौरे को याद करते हुए कहा कि उन्होंने मुंबई में एक दिया जलाया था जो भक्ति और नवीकृत संबंधों का प्रतीक है. सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा, “ब्रिटेन में रहने वाले सभी हिंदू, जैन और सिख समुदायों को दीवाली और बंदी छोड़ दिवस की शुभकामनाएं… आइए ऐसा ब्रिटेन बनाएं जहां हर कोई आशा के साथ आगे देख सके.” उन्होंने 9 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हिंदी में भी शुभकामनाएं दी थीं.
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने अपने संदेश में लिखा, “प्रकाश सदा विजयी रहे.” वहीं, पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने रेडियो पाकिस्तान के माध्यम से कहा कि दीवाली अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है और देश अपने संविधान में सभी नागरिकों को समान अधिकार और धार्मिक स्वतंत्रता देने के प्रति प्रतिबद्ध है.
दिल्ली स्थित कई दूतावासों – जैसे फिनलैंड, इजराल, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, स्विट्ज़रलैंड और यूरोपीय संघ ने भी दिवाली के मौके पर रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शुभकामनाएं दीं. यूरोपीय संघ के राजदूत हर्वे डेल्फ़िन ने घोषणा की कि सभी 27 सदस्य देशों ने भारत के साथ संबंध मजबूत करने पर सहमति जताई है. उन्होंने कहा कि आने वाले वर्ष की शुरुआत में भारत-ईयू शिखर सम्मेलन के लिए एक साझा रोडमैप तैयार किया जाएगा.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उन्हें दिवाली की शुभकामनाएं दीं.
—- समाप्त —-