यूपी के मेरठ में बीजेपी नेता विकुल चपराणा द्वारा व्यापारी को गाली देने और बीच सड़क उससे नाक रगड़वाकर माफी मंगवाने का मामला तूल पकड़ चुका है. स्थानीय व्यापारी इस घटना के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. पीड़ित के पक्ष में बीजेपी के बड़े नेता भी सामने आ गए हैं.
बीते दिन पार्टी का एक डेलीगेशन पीड़ित से मिला. साथ ही पुलिस से मुलाकात कर आरोपियों पर सख्त एक्शन लेने की मांग की. इस डेलीगेशन में रामायण सीरियल के ‘राम’ यानि की अरुण गोविल भी शामिल थे. उन्होंने कहा कि हम और हमारी पार्टी पीड़ित व्यापारी के साथ है. अगर पुलिसवाले दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
डेलीगेशन में बीजेपी विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, व्यापार प्रकोष्ठ की प्रदेश संयोजक विनीत शारदा, महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, जिला अध्यक्ष शिवकुमार राणा, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी और महापौर हरिकांत अहलूवालिया समेत कई नेता शामिल रहे.
बीजेपी नेताओं ने की एक्शन की मांग
मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेई ने पुलिस की भूमिका पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आरोपी विकुल चपराणा को इतनी जल्दी जमानत क्यों दी गई. किस प्रक्रिया के तहत जमानत मिल गई. उन्होंने आरोपी पर स्पष्ट कार्रवाई की मांग की.
आपको बता दें कि यह घटना हाल ही में मेरठ की दक्षिण विधानसभा से बीजेपी विधायक और ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर के कार्यालय के नीचे हुई थीहै. आरोपी नेता विकुल चपराणा ने कथित तौर पर मंत्री सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर व्यापारी को धमकाया, गालियां दीं और नाक रगड़कर माफी मंगवाई. वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया.
वायरल वीडियो के बाद शुरुआती कार्रवाई में पुलिस ने आरोपी चपराणा को गिरफ्तार किया लेकिन हाथों हाथ ही उसे जमानत मिल गई. मामला बढ़ने पर मेरठ के SSP ने तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया और आरोपियों पर गंभीर धाराएं बढ़ाई गईं. अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर 3 को जेल भेजा जा चुका है.
व्यापारियों में आक्रोश
इस पूरे मामले की जांच एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह के नेतृत्व में जारी है. घटना के बाद वैश्य समाज और स्थानीय व्यापारिक संगठनों में नाराजगी बढ़ गई है. बृहस्पतिवार शाम मेरठ के एसएसपी डॉ विपिन ताडा से बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल मिला. प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक और एमएलसी मौजूद थे. पीड़ित व्यापारी सत्यम रस्तोगी के भाई और उनकी मां भी मुलाकात में शामिल हुईं.
मुलाकात के बाद एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने बताया कि मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. बाकी आरोपियों की तलाश में एसपी सिटी के नेतृत्व में टीमें काम कर रही हैं. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच जारी है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
आरोपी का बयान
वहीं, आरोपी बीजेपी नेता विकुल ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल जरूर किया, जिसके लिए वह माफी मांगते हैं. लेकिन उसने वायरल वीडियो को अधूरा बताया. उसका कहना है कि व्यापारी ने पहले मंत्री और उनके परिवार के लिए अपशब्द कहे थे. विकुल ने पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की.
फिलहाल, यह मामला मेरठ की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है. पुलिस जांच जारी है और प्रशासन पर निष्पक्ष कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है. वहीं, आरोपी पक्ष के अपने दावे हैं.
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