तीसरे वनडे मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से हराया है. रोहित शर्मा और विराट कोहली की नाबाद 168 रनों की साझेदारी ने टीम इंडिया की जीत सुनिश्चित की. इस मैच के बाद भारत के दोनों सीनियर खिलाड़ियों ने एक बार फिर संन्यास के संकेत देकर फैंस को इमोशनल कर दिया है. दरअसल सिडनी में खेले गए तीसरे वनडे मैच के बाद रोहित और विराट, दोनों ने ऑस्ट्रेलिया को अलविदा कह दिया है.
रोहित-विराट का गुडबाय
पहले रोहित शर्मा ने कहा कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया आकर खेलना बहुत पसंद रहा है. रोहित ने बताया कि 2008 की याद आज भी उनके दिल में ताजा हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि वो दोबारा ऑस्ट्रेलिया में खेलने आएंगे या नहीं. भारत के पूर्व कप्तान का यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गया है. फैंस इसे रिटायरमेंट के हिंट के रूप में देखने लगे हैं.
दूसरी ओर विराट कोहली ने कहा कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया आना बहुत अच्छा लगता है और यहां उन्होंने खेलने का भरपूर आनंद लिया है. साथ ही उन्होंने फैंस के सपोर्ट का आभार जताया और हाथ उठाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया. उनका हाथ उठाना एडिलेड ODI के बाद भी चर्चा में रहा था, जिसके बाद कयास लगाए जाने लगे थे कि विराट शायद अब दोबारा मैदान पर नहीं उतरेंगे. लेकिन वो मैदान में उतरे और 74 रनों की दमदार पारी खेली.
फैंस हुए इमोशनल
रोहित शर्मा और विराट कोहली के ऑस्ट्रेलिया को अलविदा कहने से सोशल मीडिया पर फैंस इमोशनल प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. फैंस हार्ट इमोजी से लेकर रोने वाले इमोजी शेयर करने में लगे हैं.
Virat Kohli and Rohit Sharma both thanked Australia and the Australian crowd ❤️ pic.twitter.com/M3YykqlD69
— MR. 𝕏 (@Krish_RC_) October 25, 2025
Virat Kohli and Rohit Sharma both thanked Australia and the Australian crowd. 🥹❤️#INDvsAUS @cricbuzz @BCCI @ImRo45 @imVkohli #roko pic.twitter.com/4mMGgNJZXx
— IndianTeamCricket 🧢 (@sourav18das) October 25, 2025
Virat Kohli and Rohit Sharma signs off from Australia. pic.twitter.com/sTYhkbmfDn
— lucknow वाले (@akhraash) October 25, 2025
Virat Kohli and Rohit Sharma both thanked Australia and the Australian crowd. 🥹📷#roko pic.twitter.com/KTAaymYiNx
— Sahil Makol (@SahilMakol2) October 25, 2025
यह भी पढ़ें:
सिडनी में ROKO चमके, रोहित का 50वां शतक, भारत ने ऑस्ट्रेलिया को रौंदा; शुभमन गिल की पहली जीत