स्पोर्ट्स डेस्क5 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

फिलहाल सौरव गांगुली के बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष हैं।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली एक फिर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष बन सकते हैं। उन्होंने CAB के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया है। उनके खिलाफ किसी और प्रत्याशी ने नामांकन नहीं भरा है। ऐसे में उम्मीद है कि वह 22 सितंबर को होने वाले CAB चुनाव में वे अपने बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली की जगह लेंगे।
हर कोई इस एसोसिएशन का हिस्सा- गांगुली गांगुली ने रविवार को एक बयान में कहा, मैं सभी के समर्थन के लिए धन्यवाद करना चाहता हूं। CAB में कोई विपक्ष नहीं है। हर कोई इस एसोसिएशन का हिस्सा है। हम सब मिलकर CAB और बंगाल क्रिकेट को आगे ले जाएंगे। आगे आने वाले सीजन में ईडन गार्डन्स को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच, मेंस टी-20 वर्ल्ड कप और बंगाल प्रो टी-20 लीग की मेजबानी करनी है। मैं इसके सफल मेजबानी की पूरी कोशिश करूंगा।

सौरव गांगुली का क्रिकेट करियर लगभग 16 साल का रहा। वे इससे पहले 2015 से 2019 तक CAB अध्यक्ष रह चुके हैं।
2019 से 2022 तक BCCI के अध्यक्ष रहे इससे पहले भी गांगुली 2015 से 2019 तक CAB अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके बाद वह 2019 से 2022 तक BCCI अध्यक्ष रहे। तब से वे टी-20 फ्रेंचाइजी सर्किट में कई टीमों के साथ जुड़े रहे हैं। वे 2021 में ICC मेंस क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष बने थे। उन्हें अनिल कुंबले की जगह इस पद पर नियुक्त किया गया था।
गांगुली कोच चुनने वाली समिति का भी हिस्सा थे। 2017 में रवि शास्त्री को मुख्य कोच चुनने वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) में गांगुली सदस्य थे, जिसमें सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण भी शामिल थे।
हाल ही में गांगुली SA20 के चौथे सीजन के लिए प्रिटोरिया कैपिटल्स के हेड कोच बने है। वह पिछले सप्ताह SA20 की नीलामी में भी मौजूद थे। यह किसी टी-20 फ्रेंचाइजी टीम के हेड कोच के रूप में उनका पहला कार्यकाल है। हालांकि वह IPL में दिल्ली कैपिटल्स (DC) के मेंटॉर भी रह चुके हैं।
गांगुली का क्रिकेट करियर लगभग 16 साल का रहा गांगुली ने 1992 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे डेब्यू किया और 1996 में इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर टेस्ट डेब्यू करते हुए 131 रन की शानदार पारी खेली। गांगुली ने अपने इंटरनेशनल करियर में 113 टेस्ट मैचों में 7,212 रन और 311 वनडे में 11,363 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट में 16 और वनडे में 22 शतक जड़े। उनका वनडे में बेस्ट स्कोर 183 रन रहा, जो उन्होंने 1999 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था।
वह साल 2000 में भारत के कप्तान बने। गांगुली की कप्तानी में भारत ने विदेशों में कई ऐतिहासिक टेस्ट मैच जीते और 2003 वर्ल्ड कप फाइनल तक का सफर तय किया। 2002 में लॉर्ड्स में नेटवेस्ट ट्रॉफी जीती। उन्होंने 2008 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।