गुरुग्राम में इंटरनेशनल खिलाड़ी काम्या को सम्मानित करते कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह।
गुरुग्राम के बालूदा गांव की युवा तैराक काम्या भारद्वाज ने 79वीं वर्ल्ड लॉन्गेस्ट 81 किलोमीटर स्विमिंग चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन कर दूसरा स्थान हासिल किया।
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काम्या ने यह कठिन मुकाबला 12 घंटे 45 मिनट में पूरा किया और अपनी प्रतिभा व दृढ़ संकल्प से हरियाणा और पूरे देश का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोशन किया।
उनकी इस सफलता ने युवाओं, खासकर बेटियों के लिए प्रेरणा का संदेश दिया। 81 किलोमीटर की लंबी दूरी तैरते हुए काम्या ने अपनी शारीरिक और मानसिक मजबूती का भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।

गुरुग्राम में इंटरनेशनल खिलाड़ी काम्या को सम्मानित करते कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह।
इंटरनेशनल प्रतियोगिता में दूसरा स्थान बड़ा अचीवमेंट रविवार को उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने अपने कार्यालय में काम्या भारद्वाज से मुलाकात की और उन्हें इस शानदार उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी। मंत्री ने कहा कि इस चैम्पियनशिप में दुनिया भर के तैराकों ने हिस्सा लिया था। ऐसे में काम्या का दूसरा स्थान हासिल करना एक बड़ी उपलब्धि है। उनकी इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि कठिन परिश्रम और दृढ़ निश्चय के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
हरियाणा की युवा शक्ति देश के लिए प्रेरणा काम्या ने यह दिखा दिया है कि यदि इच्छाशक्ति और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं होता। उनकी यह उपलब्धि हरियाणा की युवा शक्ति देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने काम्या के माता-पिता और प्रशिक्षकों को भी उनकी कड़ी मेहनत और समर्थन के लिए बधाई दी।
बेटियां अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ा रही गौरव मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि काम्या जैसी प्रतिभाशाली बेटियां अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का गौरव बढ़ा रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि काम्या भविष्य में और भी ऊंचाइयों को छूएगी और देश का नाम और ऊंचा करेंगी
बेटियां करेंगी विकसित भारत 2047 का लक्ष्य पूरा उन्होंने कहा कि हरियाणा की बेटियां खेल, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा से देश को गौरवान्वित कर रही हैं। मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प का जिक्र करते हुए कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने में हरियाणा की बेटियों और युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होगा।
काम्या जैसी प्रतिभाएं नई पीढ़ी के लिए एक मिसाल हैं, जो खेलों के माध्यम से न केवल अपने राज्य, बल्कि पूरे देश की पहचान को विश्व स्तर पर स्थापित कर रही हैं।