
हदीस में विवरण देखने को मिलता है कि, अब्दुल्लाह बिन मसूद ने पैगंबर (स) से कहा कि, मेमने का कंधा हड्डी वाला मांस सबसे पसंदीदा टुकड़ा है. यह हदीस दर्शाती है कि पैगंबर (स) को साधारण भोजन के साथ कुछ खास स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन पसंद था.

अनस बिन मलिक ने पैगंबर (स) को एक भोजन समारोह में लौकी का टुकड़ा खोजते हुए देखा. हदीस अश-शमा इल अल मुहम्मदियाह नामक किताब में इसका जिक्र मिलता है. कहने का मतलब पैगंबर (स) को साधारण और हल्का भोजन पसंद था.

हदीस सुनन अल-तिर्मिजी के अनुसार पैगंबर (स) ने कहा कि, जैतून के तेल का इस्तेमाल खाने में करो, क्योंकि असल मायनों में ये एक धन्य पेड़ है. पैगंबर साहब ने जैतून के फल और तेल दोनों को इस्तेमाल करने की सलाह दी है.

हदीस सहीह मुस्लिम में दर्ज है कि, पैगंबर मुहम्मद साहब ने कहा कि, सिरका अच्छा मसाला होता है, जो खाने में स्वाद बढ़ाने का काम करता है. सिरका सुन्नत भोजन इसलिए भी है, क्योंकि ये पाचन शक्ति को दुरुस्त रखता है.

हदीस सिलसिला अल अहदीथ अस-सहिहा में दर्ज है कि, गाय का दूध पियो, क्योंकि ये किसी दवाई से कम नहीं है, इसका घी रोग को खत्म करता है. पैगंबर साहब ने भी गाय के दूध को औषधि बताया था.

हदीस के सुनन अल-तिर्मिज़ी में उल्लेख है कि, जब कभी भी रोजा में इफ्तार खोलें तो अपना इफ्तार खजूर से करें. पैगंबर साहब ने भी खजूर से ही रोजा खोलने की सलाह दी है.

हदीस सहीह मुस्लिम नंबर 2034 में दर्ज है कि, अब्दुल्लाह बिन जाफर ने कहा, मैंने अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को खीरे के साथ ताजे खजूर खाते हुए देखा. यह इस चीज को दर्शाता है कि, हल्का और ताजा भोजन ही करना चाहिए.

हदीस सहीह अल बुखारी में दर्ज है कि, आयशा (रजि.) कहती हैं कि, पैगंबर साहब को मीठी चीजें और शहद पसंद थे. दरअसल शहद प्राकृतिक रूप से काफी पौष्टिक भरा होता है.
Published at : 19 Sep 2025 01:37 PM (IST)