Zmzam Water: मुसलमान जमजम का पानी खड़े होकर क्यों पीते हैं? क्या है जमजम पानी का रहस्य!

Zmzam Water: मुसलमान जमजम का पानी खड़े होकर क्यों पीते हैं? क्या है जमजम पानी का रहस्य!


Zamzam Pani in Makka: जमजम का पानी सऊदी अरब के मक्का शहर में स्थित मस्जिद अल-हरम के अंदर एक कुएं से आता है. यह मुसलमानों के लिए एक पवित्र जल है, जिसे अल्लाह का एक तोहफा माना जाता है, और इसका एक धार्मिक महत्व है.

माना जाता है कि यह हजरत इस्माइल के पैरों के रगड़ने से प्रकट हुआ था. यह पानी कभी खराब नहीं होता और न ही कभी सूखता है. इस्लामी परंपरा के अनुसार, यह कुआं पैगंबर इब्राहिम, उनकी पत्नी हाजिरा और बेटे इस्माइल से जुड़ा है. यह पानी सऊदी अरब की सबसे पवित्र जगह मक्का में स्थित काबा के पास है. 

जमजम का पानी खराब नहीं होता, इसमें कोई कीड़े या बैक्टीरिया पैदा नहीं होते और यह कभी सड़ता नहीं है. तो अब बात आती है मुसलमान जमजम का पानी खड़े होकर क्यों पीते हैं. तो आइए जानते हैं.

मुसलमान जमजम का पानी खड़े होकर क्यों पीते हैं?

मुसलमान जमजम का पानी खड़े होकर पीते हैं, क्योंकि पैगंबर मुहम्मद ने भी खड़े होकर ही जमजम का पानी पिया था, जो कि उनके एक साथी हजरत इब्ने अब्बास द्वारा हदीस में बताया गया है.

इस कार्य को जमजम पानी के प्रति सम्मान और उसकी बरकत को शरीर के हर अंग में पहुंचाने की एक वजह माना जाता है, हालांकि पानी पीने का बैठना एक सामान्य सुन्नत है और खड़े होकर पानी पीना सिर्फ कुछ खास मौकों या जमजम के पानी के लिए ही है.

खड़े होकर जमजम का पानी पीने के कारण-

  • पैगंबर की सुन्नत (PBUH): पैगंबर मुहम्मद (PBUH) ने खुद खड़े होकर जमजम का पानी पिया था. पैगंबर मुहम्मद की एक साथी हजरत इब्ने अब्बास (RA) द्वारा बताया गया है.
  • सम्मान और बरकत: जमजम का पानी सबसे अफजल पानी माना जाता है और इसे खड़े होकर पीना इसकी बरकत को पूरे शरीर में फैलाने का एक तरीका माना जाता है.
  • जरूरत के समय: सामान्य तौर पर बैठकर पानी पीना बेहतर सुन्नत है, लेकिन जब बैठने की गुंजाइश न हो या कोई मजबूरी हो, तो खड़े होकर भी पानी पिया जा सकता है.

 जमजम पानी का रहस्य

जमजम पानी का रहस्य इसके रासायनिक गुणों और धार्मिक महत्व में छिपा है. यह मक्का में स्थित जमजम कुएं से आता है और इसमें खनिज, विशेषकर बाइकार्बोनेट, प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो इसे रोगाणु-मुक्त और स्वास्थ्यवर्धक बनाते हैं.

मुसलमानों के लिए यह एक पवित्र जल है, जिसका उपयोग वे शिफा यानी इलाज के स्रोत के रूप में करते हैं और यह अल्लाह की रहमत से भरा माना जाता है.

जमजम का पानी दुनिया का सबसे शुद्ध पानी

इस्लामी परंपरा के अनुसार, यह कुआं हजरत इस्माइल और उनकी मां हाजरा के मक्का के रेगिस्तान में प्यासे होने पर अल्लाह द्वारा चमत्कारिक रूप से उत्पन्न किया गया था.

इसे दुनिया का सबसे शुद्ध पानी माना जाता है, जो किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया और फफूंद से मुक्त होता है. जमजम पानी के बारे में ऐसा माना जाता है कि, इस पानी में प्यास बुझाने और भूख की पीड़ा को कम करने की शक्ति है.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.



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