Antim Sanskar of Missing Person: मृत्यु के बाद व्यक्ति का अंतिम संस्कार करना बहुत जरुरी है, क्योंकि इसके पश्चात ही उसकी आत्मा आगे का सफर तय कर पाती है. अंतिम संस्कार न करने पर परिवाजन को तमाम तरह के कष्ट झेलने पड़ते हैं. स्वभाविक मृत्यु, अकाल मृत्यु होने पर विधि विधान से उसका अंतिम संस्कार किया जाता है.
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार किसी हालत में अगर किसी व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया ही ना जाए, तब उसकी आत्मा कभी मुक्त नहीं हो पाती है और परिवार को जाने-अनजाने में कष्ट झेलने पड़ता है. ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं जो लोग सालों तक घर से लापता रहते हैं, जब उनके आने की उम्मीद न हो तो क्या उनका अंतिम संस्कार करना चाहिए या नहीं ?
लापता व्यक्ति का अंतिम संस्कार करें या नहीं ?
कई बार कुछ लोग लापता हो जाते हैं और कई वर्षों तक तलाशने पर उनका पता नहीं चलता.कई सालों तक घर न लौटने पर कुछ घरवाले ये अनुमान लगा लेते हैं कि वो शायद जीवित ना हों, ऐसे में शास्त्र अनुसार लापता व्यक्ति अगर 12 सालों घर न लौटे, लापता हो तो उसका एकोदिष्ट अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए.
इसका मुख्य उद्देश्य दिवंगत आत्मा को शांति और पोषण प्रदान करना है, ताकि वे अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर आगे बढ़ सकें.
अगर 12 साल बाद लौट आए तो क्या करें
अगर सौभाग्यवश वह व्यक्ति अंतिम-संस्कार की विधि के बाद घर लौटकर आ जाता है, तो घर वालों को पंचगव्यदि प्रायश्चित विधि के अनुसार सभी संस्कार करना चाहिए. पंचगव्य को पापों को क्षमा करने और शरीर को शुद्ध करने के लिए एक शक्तिशाली माध्यम माना जाता है. पंचगव्य, जिसमें गाय का दूध, दही, घी, मूत्र और गोबर शामिल है, एक पवित्र मिश्रण माना जाता है, जिसका सेवन प्रायश्चित के रूप में किया जाता है.
क्या है एकोदिष्ट श्राद्ध
वह श्राद्ध जो केवल एक व्यक्ति के उद्देश्य से किया जाता है. यह भी विश्वदेव रहित होता है. इसमें आवाहन तथा अग्रौकरण की क्रिया नहीं होती है. एक पिण्ड, एक अर्ध्य, एक पवित्रक होता है.
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