मूर्तिपूजा की आग में जलकर खाक हुई इजाबेल रानी! जानें बाइबिल की इस कहानी का खौफनाक अंत

मूर्तिपूजा की आग में जलकर खाक हुई इजाबेल रानी! जानें बाइबिल की इस कहानी का खौफनाक अंत


Story of jezebel: बाइबल के अनुसार, इजाबेल फानीशियन राजकुमारी थी, जिसने इस्राएल के राजा अहाब से शादी की और बाल देवता की पूजा की. वह बाल के नबियों को बढ़ावा देती थी और यहोवा के नबियों को मरवाती थी.

उसने नाबोत से उसकी दाख की बारी धोखे से हथियाई और इस्राएल में मूर्तिपूजा को बढ़ावा दिया. परमेश्वर ने भविष्यवक्ता येहू को इजाबेल को सजा देने के लिए भेजा, जिसने उसे खिड़की से फेंकवाकर मरवा दिया. 

इजाबेल सीदोन के राजा एथबाल की बेटी थी और इस्राएल के राजा अहाब की पत्नी बनी. वह एक फोनीशियन थी और मूर्तिपूजक बाल देवता की पूजा करती थी. तो आइए जानें इजाबेल को मूर्तिपूजा और झूठे देवताओं का परिणाम क्या मिला?

इजाबेल की कहानी और मूर्तिपूजा की शुरुआत

विवाह और मूर्तिपूजा को बढ़ावा: इजाबेल, फोनीशिया के राजा एथबाल की बेटी थी, जिसने इस्राएल के राजा अहाब से विवाह किया. उसने अहाब को टायरियन देवता बाल-मेल्कार्ट की पूजा करने और इस्राएल में बाल की पूजा को बढ़ावा देने के लिए राजी किया.

बाल की पूजा को बढ़ावा: इजाबेल ने बाल की पूजा को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया और इस्राएल में यहोवा की पूजा को मिटाने का प्रयास किया.

यहोवा के नबियों का सताया जाना: बाल और यहोवा के उपासकों के बीच संघर्ष के कारण, इजाबेल ने यहोवा के नबियों को सताया और उनमें से कई को मार डाला, जिसका सबसे प्रसिद्ध उदाहरण एलियाह था.

मूर्तिपूजा और झूठे देवताओं की पूजा के परिणाम

इज़ेबेल ने अपने पति, इसराइल के राजा अहाब को कनानी देवता बाल की पूजा करने और परमेश्वर के नबियों का उत्पीड़न करने के लिए राजी किया, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें नाबोत भी शामिल था, जिसे झूठे आरोपों में फांसी दी गई थी.

इसके बाद इजाबेल का अंत भी भयानक हुआ, क्योंकि परमेश्वर के न्याय ने उस पर और उसके पूरे घर पर न्याय किया, जो मूर्तिपूजा और झूठे देवताओं की पूजा के परिणामों को दर्शाता है.

परमेश्वर के नबियों का उत्पीड़न
मूर्तिपूजा के कारण परमेश्वर के नबियों को सताया और मारा गया.

अन्याय और धोखाधड़ी
इजाबेल ने अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए न्याय और धोखाधड़ी का सहारा लिया, जिससे कई निर्दोष लोगों की मृत्यु हुई.

अंतिम न्याय
इजाबेल और उसके पति को परमेश्वर के न्याय का सामना करना पड़ा. नाबोत की दाख की बारी के मामले में अहाब और इजाबेल के अन्यायपूर्ण कार्यों का परिणाम उनके परिवार के विनाश में हुआ.

राष्ट्र का गुमराह होना
राजा अहाब पर इजाबेल का प्रभाव दिखाता है कि कैसे एक व्यक्ति के कार्य पूरे राष्ट्र को परमेश्वर से दूर ले जा सकते हैं और मूर्तिपूजा को बढ़ावा दे सकते हैं. 

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.



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