Post Covid Complications: कोरोना संक्रमण से ठीक हुए मरीजों में एक नई बीमारी तेजी से सामने आ रही है. एक्सपर्ट का कहना है कि वैरीसेला जोस्टर वायरस (Varicella Zoster Virus), जिसे आम भाषा में शिंगल्स (Shingles) कहा जाता है, पोस्ट-कोविड मरीजों को अपनी चपेट में ले रहा है. खासतौर पर डायबिटीज, कैंसर या इम्यूनिटी कमजोर होने वाले मरीज इसकी चपेट में ज्यादा आ रहे हैं.
क्या है वैरीसेला जोस्टर वायरस?
यह वही वायरस है जो बचपन में चिकनपॉक्स का कारण बनता है. संक्रमण के बाद यह वायरस शरीर में लंबे समय तक सुप्त (Dormant) अवस्था में छिपा रहता है. जब शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, तो यह फिर से एक्टिव होकर शिंगल्स का कारण बनता है. डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना से उबरने के बाद कई मरीजों की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है. ऐसे में यह वायरस एक्टिव होकर तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और त्वचा पर लाल दाने जैसे लक्षण पैदा करता है.
कोरोना रिकवर मरीजों पर क्यों हमला कर रहा है?
कोविड-19 संक्रमण और उसके इलाज के दौरान मरीजों की इम्यून सिस्टम पर काफी असर पड़ता है.
लंबे समय तक दवाइयाँ और स्टेरॉइड लेने से रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है.
डायबिटीज या कैंसर जैसे मरीजों में पहले से ही इम्यूनिटी कमजोर रहती है.
यही वजह है कि कोरोना से ठीक होने के बाद शरीर वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता खो देता है.
इसी कमजोरी का फायदा उठाकर वैरीसेला जोस्टर वायरस दोबारा सक्रिय हो जाता है और गंभीर लक्षण पैदा करता है.
लक्षण जिन पर ध्यान दें
शिंगल्स से पीड़ित मरीजों में आमतौर पर 5–7 दिनों तक तेज बुखार और दर्द बना रहता है. इसके साथ कुछ प्रमुख लक्षण हैं-
त्वचा पर लाल दाने और फफोले
तेज सिरदर्द और शरीर में दर्द
जलन और खुजली
थकान और कमजोरी
कभी-कभी सीने और पीठ पर चकत्ते
एक्सपर्ट बताते हैं कि यदि मरीज इन लक्षणों को नजरअंदाज कर दे, तो दाने फैलकर गंभीर संक्रमण का रूप ले सकते हैं.
केस स्टडी
पहला केस – कोरोना से ठीक हुए एक मध्यम आयु वर्ग के व्यक्ति में अचानक तेज बुखार और पूरे शरीर में दाने निकल आए. जांच के बाद पता चला कि यह वैरीसेला जोस्टर वायरस है.
दूसरा केस – एक महिला मरीज, जो पहले से डायबिटीज से जूझ रही थी, कोविड से रिकवर होने के कुछ ही हफ्तों बाद शिंगल्स की चपेट में आ गई.
दोनों ही मामलों में मरीजों को एंटी-वायरल दवाओं और दर्द निवारक दवाओं से उपचार दिया गया.
कैसे बचें इस वायरस से?
कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी इम्यूनिटी मजबूत रखें.
डॉक्टर की सलाह के बिना स्टेरॉइड या एंटीबायोटिक का इस्तेमाल न करें.
संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लें.
डायबिटीज और अन्य क्रॉनिक बीमारियों को कंट्रोल में रखें.
लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
कोरोना वायरस से ठीक होने का मतलब यह नहीं कि खतरा पूरी तरह टल गया. कमजोर इम्यूनिटी के कारण वैरीसेला जोस्टर जैसे वायरस एक्टिव होकर नई समस्या खड़ी कर सकते हैं. इसलिए कोविड रिकवर मरीजों को अपनी सेहत को लेकर और ज्यादा सतर्क रहना होगा.
इसे भी पढ़ें- Gallbladder Pain: गॉलब्लैडर पेन को ट्रिगर करने वाले 7 फूड, आज से ही खाना बंद कर दें
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )
Calculate The Age Through Age Calculator