Shardiya Navratri 2025: कन्या पूजन में हलवा, पूरी और काले चने मुख्य रूप से खिलाए जाते हैं. इन पकवानों के अलावा, कन्याओं को खीर, छोले की सब्जी, ताजे फल, और मिठाई देना भी शुभ माना जाता है.
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है, ऐसे में बात आती है कन्या पूजन में क्या खिलाना चाहिए?
कन्या पूजन में तामसिक भोजन जैसे प्याज, लहसुन, मांस, अंडा, बासी भोजन और बाजार की चीजें खिलाने से माता रानी रुष्ट हो सकती हैं और परिवार पर संकट आ सकता है, क्योंकि ये चीजें शुभ नहीं मानी जाती और इन्हें खाने से देवी मां अप्रसन्न हो सकती हैं.
इसके बजाय, पूड़ी, हलवा, चना और मौसमी फल, सात्विक भोजन खिलाना चाहिए. ऐसे में जान लीजिए कन्या पूजन में ये तीन चीजें भूलकर भी न खिलाएं, नहीं तो मां दुर्गा दुखी हो जाएगी और आपका पूरा परिवार संकट में पड़ जाएगा.
कन्या पूजन में 3 चीजें क्यों नहीं खिलाना चाहिए?
कन्या पूजन का भोजन पूर्ण रूप से सात्विक होना चाहिए, जिसका मतलब है कि, उसमें तामसिक चीजें जरा-सी भी शामिल नहीं होनी चाहिए. ऐसे में भोग में प्याज और लहसुन, मांस का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
प्याज नहीं खिलाना चाहिए
कन्या पूजन में प्याज नहीं खिलाना चाहिए, क्योंकि प्याज एक तामसिक भोजन माना जाता है, जो आलस्य, क्रोध और तामसिक इच्छाओं को बढ़ाता है, जिससे मन शांत नहीं रहता. नवरात्रि का भोजन सात्विक होना चाहिए ताकि मन शुद्ध और शांत रह सके, इसलिए प्याज जैसे तामसिक भोजन का त्याग किया जाता है.
बासी भोजन नहीं खिलाना चाहिए
कन्या पूजन में बासी भोजन नहीं खिलाना चाहिए क्योंकि, यह सात्विक और स्वच्छ माना जाता है. बासी भोजन ताजगी का प्रतीक नहीं है. कन्या पूजन का उद्देश्य कन्याओं को प्रसन्न करना है और उन्हें ताजा, स्वच्छ और सात्विक भोजन ही खिलाना चाहिए.
ऐसा माना जाता है कि बासी भोजन खिलाने से देवी रुष्ट हो सकती हैं और आपके पूरे परिवार पर संकट आ सकता है.
बाजार से लाया भोजन नहीं खिलाना चाहिए
कन्या पूजन में बाजार से लाया हुआ खाना नहीं खिलाना चाहिए, क्योंकि इस पर्व में घर का बना हुआ शुद्ध और सात्विक भोजन ही माता रानी को प्रसन्न करता है और शुभ फल देता है, जबकि बाजार की चीजें या बासी व तामसिक भोजन माता को नाराज कर सकता है. जिससे आपका पूरा संकट का सामना कर सकता है.
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