Ind Vs Pak Asia Cup Final: एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराने के लिए टीम इंडिया को करने होंगे ये 5 काम, वरना हाथ से फिसल सकती है ट्रॉफी

Ind Vs Pak Asia Cup Final: एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान को हराने के लिए टीम इंडिया को करने होंगे ये 5 काम, वरना हाथ से फिसल सकती है ट्रॉफी



Asia Cup Final: एशिया कप 2025 का सबसे बड़ा मुकाबला अब बस कुछ ही घंटों दूर है. दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान की टीमें पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में आमने-सामने होंगी. क्रिकेट फैंस की निगाहें इस हाई-वोल्टेज भिड़ंत पर टिकी हैं. भारत ने अब तक पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट में दो बार हराया है, लेकिन फाइनल का दबाव हमेशा अलग होता है. ऐसे में अगर टीम इंडिया चैंपियन बनना चाहती है तो उसे पांच अहम बातों पर ध्यान देना होगा.

पाकिस्तानी पेस अटैक से बचकर निकलना

पाकिस्तान के पास शाहीन शाह अफरीदी और हारिस रऊफ जैसे घातक पेसर हैं. दोनों नई गेंद से बल्लेबाजों को शुरुआत में परेशान करते हैं. भारत के टॉप ऑर्डर, अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल को धैर्य से खेलना होगा. अगर भारत के शुरुआती विकेट बच गए तो पाकिस्तान की गेंदबाजी पर दबाव खुद-ब-खुद बढ़ जाएगा.

ओपनिंग जोड़ी के अलावा मध्यक्रम को लेनी होगी जिम्मेदारी

भारत की जीत में सलामी बल्लेबाजों की अहम भूमिका रही है, लेकिन अगर वे जल्दी आउट हो जाते हैं तो मध्यक्रम को जिम्मेदारी उठानी होगी. कप्तान सूर्यकुमार यादव से बड़ी पारी की उम्मीद है. वहीं, संजू सैमसन और शिवम दूबे को भी मौके का फायदा उठाना होगा ताकि स्कोरबोर्ड चलता रहे.

स्पिनरों से कराना होगा कमाल

दुबई की पिच धीमी और स्पिनरों के अनुकूल मानी जाती है. भारत के पास कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल जैसे विकल्प हैं. खासकर कुलदीप, जो पहले ही टूर्नामेंट में कई विकेट ले चुके हैं, मिडिल ओवर्स में विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए अहम साबित होंगे.

टॉस जीतकर लेना होगा सही फैसला

दुबई में टॉस का फैसला बड़ा रोल निभाता है. अक्सर कप्तान टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनते हैं, लेकिन हालिया मैचों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम भी सफल रही है. ऐसे में सूर्या को पिच की स्थिति देखकर सही फैसला लेना होगा और बल्लेबाजी का मौका मिले तो एक मजबूत स्कोर खड़ा करना जरूरी होगा.

दबाव से बचना और संयम रखना होगा

भारत-पाकिस्तान मैच सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि करोड़ों भावनाओं का टकराव होता है. ऐसे में खिलाड़ियों को संयम बनाए रखना बेहद अहम होगा. छोटी गलतियां और अति-आत्मविश्वास टीम को नुकसान पहुंचा सकता है. एकजुट होकर खेलना और आखिरी गेंद तक फोकस बनाए रखना ही जीत की गारंटी है.



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