स्पोर्ट्स डेस्क14 मिनट पहले
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अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा और शुभमन गिल भारत की एशिया कप जीत के हीरो रहे।
पाकिस्तान को एशिया कप फाइनल हराने के बाद प्लेयर ऑफ द मैच भारत के तिलक वर्मा ने कहा, यह जीत देश को समर्पित है। चक दे इंडिया। यह जीवन की बेस्ट पारी रही। वहीं संजू सैमसन ने कहा, मैंने ज्यादा भारत-पाक मैच नहीं खेले, लेकिन आज प्रेशर फील हुआ।
विनिंग बाउंड्री जमाने वाले रिंकू सिंह बोले, मुझे एक ही बॉल मिली, जिस पर मैंने चौका लगाया। टीम के लिए सबसे जरूरी वही था। पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने कहा, यह हार पचा पाना मुश्किल है, लेकिन गेंदबाजों ने बेहतरीन बॉलिंग की। हमें बैटिंग पर ज्यादा काम करने की जरूरत है।
मेरा फोकस मैच फिनिश करने पर था- तिलक तिलक ने कहा, ‘प्रेशर बनने लगा था, लेकिन मैं पिच पर खड़े रहकर मैच फिनिश करने पर ध्यान दे रहा था। उनके गेंदबाज पेस में वैरिएशन कर रहे थे, मैं बस शांत रहकर देश के लिए मैच फिनिश करने पर फोकस कर रहा था। सैमसन की पारी टीम के लिए अहम थी। दुबे की बैटिंग ने भी काम आसान कर दिया।
हमने हर पोजिशन पर बैटिंग करने के लिए खुद को तैयार रखा है। गौती भाई ने कहा कि किसी भी नंबर पर बैटिंग करने के लिए तैयार रहो। मैं किसी भी नंबर पर बैटिंग के लिए रेडी था, मैं खुद पर भरोसा रख रहा था। मैं धीमी पिच पर प्रैक्टिस कर रहा था, ताकि मुश्किल सिचुएशन में परफॉर्म कर सकूं। स्वीप शॉट्स और सिंगल लेना मेरे काम आया। यह पारी बहुत स्पेशल है, लाइफ की बेस्ट पारी। यह हर भारतीय के लिए है। चक दे इंडिया।’

तिलक वर्मा ने 69 रन की पारी खेली।
पाकिस्तानी कप्तान बोले- हार पचाना मुश्किल पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने कहा, ‘हार को पचा पाना मुश्किल है, हम बैटिंग में अच्छी तरह फिनिश नहीं कर सके। बॉलिंग में हमने अपना सबकुछ दिया। अगर हम फिनिश बेहतर करते तो नतीजा कुछ और होता। हम सिंगल नहीं ले पाए और गलत समय पर ज्यादा विकेट गंवा दिए। इसी कारण हमारा स्कोर छोटा रहा। हमें अपनी बैटिंग को जल्द से जल्द सुधारना होगा।
उन्होंने अच्छी बॉलिंग की। उन्हें आखिरी 6 ओवर में 63 रन की जरूरत थी। तब गेम हमारे पास था, लेकिन वे मैच निकाल ले गए। गेंदबाजों ने अच्छा काम किया, लेकिन बैटिंग में हमें काम करना होगा। एशिया कप में फाइनल तक के सफर से खुश हूं। हम लड़कर हारे। टीम पर नाज़ है। सुधार की गुंजाइश है, हम बेहतर बनकर कमबैक करेंगे।’

रनर-अप प्राइज मनी के साथ पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा।
अभिषेक ने कहा- मैं बस तेज शुरुआत देना चाहता था प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अभिषेक शर्मा ने कहा, ‘कार मिलना (प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड) अच्छी बात है। वर्ल्ड कप जीत के बाद ओपनर बनकर टीम में एंट्री करना मुश्किल था। मेरा प्लान सिंपल था, पहली गेंद से ही इंटेंट दिखाना है। मैंने उस पर बहुत काम किया है। इस तरह खेलने के लिए सपोर्ट स्टाफ, कोच और कप्तान का सपोर्ट जरूरी है, जो मुझे बखूबी मिला।
अगर मेरी पारी से स्कोरिंग रेट बढ़ता है तो टीम को जीत भी मिलनी चाहिए। इस तरह के गेम में हार भी मिलती है और जीत भी। हर तरह की पिच पर मेरे पास प्लान था और हर बार मैंने पावरप्ले में ही ज्यादा से ज्यादा रन बनाने पर ध्यान दिया। स्पिनर्स, मीडियम पेसर्स या तेज गेंदबाज, हर किसी के खिलाफ मैं पहली गेंद पर ही रन बनाने की कोशिश कर रहा था। इस प्लान से टीम हमेशा हावी हुई।’

अभिषेक शर्मा प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे।
चक्रवर्ती बोले- KKR जीत की याद आ गई फाइनल में 30 रन देकर 2 विकेट लेने वाले वरुण चक्रवर्ती ने कहा, ‘अच्छा महसूस कर रहा हूं। फखर और फरहान अच्छी बैटिंग कर रहे थे। मैं विकेट की कोशिश कर रहा था, मैंने अपने प्लान पर किया, उसी का फायदा मिला। कुलदीप ने आकर मैच फिनिश कर दिया। इससे मुझे KKR के मैच जीतने की याद आ गई।
अगर आप ट्रेंड देखें तो शुरुआती 10 ओवर्स में हर कोई तेजी से रन बनाने के लिए जाता है, लेकिन उसके बाद अगर सही एरिया में बॉलिंग की जाए तो विकेट गिराए जा सकते हैं। मैं कोच हरी को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने पर्दे के पीछे बेहतरीन काम किया।’
रिंकू ने कहा- मैं फिनिशर हूं, मैंने वही काम किया 20वें ओवर में विनिंग बाउंड्री लगाने वाले रिंकू सिंह ने कहा, ‘ज्यादा कुछ जरूरी नहीं, एक बॉल का काम था। एक रन चाहिए था, मैंने एक चौका लगा दिया। सभी को पता है कि मैं एक फिनिशर हूं। टीम जीती, इसलिए मैं बहुत खुश हूं।’
सैमसन को भारत-पाक मैच का प्रेशर फील हुआ फाइनल में तिलक वर्मा के साथ 57 रन की पार्टनरशिप करने वाले संजू सैमसन ने कहा, ‘मैंने प्रेशर को एंजॉय किया। बहुत इंडिया-पाकिस्तान मैच तो नहीं खेले, लेकिन प्रेशर फील हुआ। मुझे अपने अनुभव का इस्तेमाल करना था, मैंने फोकस किया, गेंद देखी और बस रिएक्ट किया। तिलक के साथ अच्छी पार्टनरशिप हुई, मैंने उसे पूरी तरह एंजॉय किया।
कंडीशंस का सम्मान करना चाहिए, IPL में हमने यही चीजें सीखी हैं। करीबी मैच ज्यादा बेहतर होते हैं, इनमें खिलाड़ियों का कैरेक्टर पता चलता है। इनसे आपकी मेंटल एबिलिटी भी मजबूत होती है। टी-20 वर्ल्ड कप से पहले इस तरह का मैच बहुत जरूरी भी था।’

संजू सैमसन ने फाइनल में तिलक वर्मा के साथ फिफ्टी पार्टनरशिप की।
शुभमन ने कहा- अभिषेक प्रेशर नहीं बनने देते टीम इंडिया के उप कप्तान शुभमन गिल ने कहा, ‘टूर्नामेंट को अजेय रहते हुए जीतना कमाल का अनुभव देता है। अभिषेक के साथ मैं बचपन से क्रिकेट खेल रहा हूं, हम एक-दूसरे को जानते हैं, खुश हूं कि उसके साथ बैटिंग का मौका मिला। अभिषेक दूसरे एंड से प्रेशर हटा देते हैं, पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने इस काम को बेहतरीन तरीके से किया।
आज के मैच में भी हम बस लंबा खेलना चाहते थे, लेकिन शुरुआत में 3 विकेट गिरने से प्रेशर आ गया। संजू, तिलक और दुबे की पार्टनरशिप बेहद अहम रही। आखिरी 3 ओवर में 30 रन चाहिए थे, मैच कहीं भी जा सकता था, लेकिन तिलक और दुबे ने बड़े शॉट्स खेलकर मैच हमारे हक में कर दिया।’
कुलदीप बोले- मिडिल ओवर्स में हमने दबाव बनाया टूर्नामेंट के टॉप विकेट टेकर कुलदीप यादव ने कहा, ‘मिडिल ओवर्स में बॉलिंग करना अहम टास्ट है। टीम में अच्छे स्पिनर्स हैं, हर किसी का अलग रोल है। पाकिस्तान ने अच्छी शुरुआत की। 11 ओवर तक उनका 100 रन पर 1 ही विकेट गिरा था। हमें पता था कि 2-3 विकेट गिरते ही नए बल्लेबाज के लिए रन बनाना आसान नहीं होगा।
पहले ओवर में मैंने उन्हें आउट करने की कोशिश की, लेकिन बाद में मैं रन रोकने गया, उन्होंने इसमें विकेट दे दिए। कोच मैच से पहले मुझे बता रहे थे कि किस बल्लेबाज को कहां गेंद फेंकनी है। तिलक ने बेहतरीन बैटिंग की, उनकी पारी अविश्वसनीय रही।’

कुलदीप यादव टूर्नामेंट के टॉप विकेट टेकर रहे। उन्होंने 17 विकेट लिए।
बॉलिंग कोच कहा- बॉलर्स ने मैच पलटा टीम इंडिया के पेस बॉलिंग कोच मोर्ने मॉर्केल ने कहा, ‘लड़कों ने आज रात बेहतरीन प्रदर्शन किया। दूसरी पारी में हम लोग थोड़े पीछे रहे, बैटिंग में हमारा बेस्ट पावरप्ले नहीं रहा, लेकिन लड़कों ने बॉल से बेहतरीन प्रदर्शन किया। दुबे के पास अच्छा मौका रहा, उन्होंने अपना काम किया और मैच फिनिश किया।
दुबे की बॉलिंग के बारे में हम पिछले कुछ समय से लगातार बात कर रहे हैं। उन्हें नई बॉल देने का प्लान भी इसी बातचीत से निकला। हार्दिक इंजर्ड थे, दुबे ने उनकी कमी बेहतरीन तरीके से पूरी की। दुबई में गर्मी थी। हमने लगातार मैच खेले, इसलिए थकान थी, लेकिन रिकवरी अच्छी रही। दुबे और तिलक की पार्टनरशिप ने काम आसान कर दिया।’