Sharad Purnima 2025: भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि प्रदोष एवं निशीथव्यापिनी आश्विनशक्ल पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा व कोजागर व्रत किया जाता है, यदि पहले दिन पूर्णिमा निशीथव्यापिनी हो और दूसरे दिन प्रदोषव्यापिनी न हो तो यह व्रत पहले दिन किया जात है.
यथा :- आश्विनपौर्णमास्यां कोजागर व्रतम्. सा पूर्वत्रैव निशीथव्याप्ती द्वितीया.
इस वर्ष पर्णिमा तिथि 06 अक्टूबर 2025 को निशीथ एवं प्रदोष के समय व्याप्त होगी एवं 07 अक्टूबर 2025 को यह प्रदोष का स्पर्श भी नहीं कर रही है. अतः 06 अक्टूबर 2025 को ही शरद पूर्णिमा व कोजागर व्रत किया जायेगा.
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 06 अक्टूबर को दोपहर 12:23 मिनट पर होगी. वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 07 अक्टूबर को सुबह को 09:06 मिनट पर होगा. पंचांग गणना के आधार पर इस साल शरद पूर्णिमा का पर्व 06 अक्टूबर को किया जायेगा.
शुभ संयोग
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि इस साल शरद पूर्णिमा के दिन एक बेहद अद्भुत संयोग बनने जा रहा है. इस दिन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा. जो इस दिन को और भी खास और फलदायी बनाता है.
शरद पूर्णिमा व्रत विधि
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि पूर्णिमा के दिन सुबह इष्ट देव का पूजन करना चाहिए. इन्द्र और महालक्ष्मी जी का पूजन करके घी के दीपक जलाकर उसकी गन्ध पुष्प आदि से पूजा करनी चाहिए.
ब्राह्मणों को खीर का भोजन कराना चाहिए और उन्हें दान दक्षिणा प्रदान करनी चाहिए. लक्ष्मी प्राप्ति के लिए इस व्रत को विशेष रुप से किया जाता है. इस दिन जागरण करने वालों की धन-संपत्ति में वृद्धि होती है.
रात को चन्द्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही भोजन करना चाहिए. मंदिर में खीर आदि दान करने का विधि-विधान है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन चांद की चांदनी से अमृत बरसता है.
शरद पूर्णिमा पर पूजा करने से लाभ
शरद पूर्णिमा की रात जब चारों तरफ चांद की रोशनी बिखरती है, उस समय मां लक्ष्मी की कृपा से आपको धन का लाभ होगा. मां लक्ष्मी को सुपारी बहुत पसंद है. सुपारी का इस्तेमाल पूजा में करें.
पूजा के बाद सुपारी पर लाल धागा लपेटकर उसको अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि से पूजन करके उसे तिजोरी में रखने से आपको धन की कभी कमी नहीं होगी. शरद पूर्णिमा की रात भगवान शिव को खीर का भोग लगाएं.
खीर को पूर्णिमा वाली रात छत पर रखें. भोग लगाने के बाद उस खीर का प्रसाद ग्रहण करें. उस उपाय से भी आपको कभी पैसे की कमी नहीं होगी. शरद पूर्णिमा की रात को हनुमान जी के सामने चौमुखा दीपक जलाएं. इससे आपके घर में सुख शांति बनी रहेगी.
शरद पूर्णिमा पर करें उपाय
पैसों की तंगी के लिए
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी की पूजा करने के साथ 5 कौड़ियां मां को चढ़ाएं. दूसरे दिन लाल या पीले रंग के कपड़े में इन कौड़ियों को लपेटकर तिजोरी में रख लें.
निरोगी रहने के लिए
अगर घर का कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है, तो शरद पूर्णिमा की रात को छत में खीर रख दें. दूसरे दिन रोगी को इसका सेवन कराएं.
बिजनेस और नौकरी में मुनाफा के लिए
बिजनेस में लगातार बढ़ोतरी के साथ नौकरी में प्रमोशन के लिए शरद पूर्णिमा के दिन हनुमान जी के सामने चौमुखी दीपक जलाएं.
तुलसी पूजा
शरद पूर्णिमा के दिन स्नान करने के बाद तुलसी पूजा करें और शाम को दीपक जलाएं. ऐसा करने से सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी.
लगाएं सफेद भोग
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि मां तुलसी को सफेद रंग की कोई मिठाई का भोग लगाएं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.
मां लक्ष्मी को लगाएं ये भोग
शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी को सिंघाड़ा, दही, मखाना, बताशा और पान का भोग लगाएं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी.
आंख रहेगी दुरुस्त
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की रोशनी से अमृत बरसता है. इसलिए इस दिन त्राटक क्रिया जरूर करें.
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