आजकल लोग लगभग हर काम के लिए ChatGPT जैसे AI चैटबॉट की मदद लेने लगे हैं. बॉस से छुट्टी मांगने के मेल लिखना हो या कॉलेज के किसी असाइनमेंट के लिए रिसर्च, लोग ज्यादातर कामों के लिए AI चैटबॉट की तरफ देखने लगे हैं. कई मामलों में ये चैटबॉट आपकी मदद कर सकते हैं, लेकिन कई बार मुश्किलें बढ़ा भी सकते हैं. आज हम जानेंगे कि किन मामलों में ChatGPT जैसे चैटबॉट्स की मदद लेने से बचना चाहिए.
इलाज संबंधी सलाह
भले ही ChatGPT जैसे चैटबॉट्स आपको बीमारी के कारण, लक्षण और संभावित इलाज के बारे में सब कुछ बता दें, लेकिन इनसे सलाह मांगना महंगा पड़ सकता है. कई बार यह लक्षणों के आधार पर सामान्य बीमारी को भी गंभीर या गंभीर बीमारी को सामान्य बता सकता है. इसलिए हमेशा इलाज संबंधी सलाह के लिए डॉक्टर की सलाह लें.
मेंटल हेल्थ के लिए चैटबॉट्स पर निर्भर न रहें
अगर आप किसी मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं तो चैटबॉट पर पूरी तरह निर्भर न रहें. ये कुछ हद तक आपकी मदद कर सकते हैं, लेकिन इन पर निर्भरता आपकी मुश्किल बढ़ा सकते हैं. इन चैटबॉट्स के पास असल जीवन का कोई अनुभव नहीं होता है. इसलिए इनकी सलाह लेने से बचना समझदारी भरा काम होगा.
इमरजेंसी स्थिति में चैटबॉट नहीं करेगा मदद
अगर आप किसी मुश्किल या संकट वाली स्थिति में है तो सबसे पहले वहां से बाहर निकलने की कोशिश करें. ऐसी स्थिति में चैटबॉट से सवाल पूछना आपके जीवन को संकट में डाल सकता है. संकट की घड़ी में हर पल कीमती होता है. इसलिए बिना वक्त गंवाएं सुरक्षित स्थान पर पहुंचें और इमरजेंसी सेवा से संपर्क करें.
निजी मामले पर न मांगे सलाह
ChatGPT समेत किसी भी AI टूल्स पर अपनी सेंसेटिव और प्राइवेट जानकारी शेयर कर सलाह न मांगे. प्रॉम्प्ट बॉक्स में टाइप कर ओके करने के बाद आपकी पर्सनल जानकारी सिर्फ आप तक न रहकर किसी कंपनी के सर्वर पर स्टोर हो जाती है. यह भी हो सकता है कि यह किसी हैकर के हाथ लग जाए या कोई कंपनी इस जानकारी का अपने चैटबॉट को ट्रेनिंग देने के लिए भी यूज कर ले.
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