2025 का बिहार विधानसभा चुनाव कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर लड़ेगी बहुत जल्द ये साफ हो जाएगा. देर होने की वजह है कि कोई पार्टी गठबंधन में ज्यादा सीटें मांग रही है तो किसी को पसंदीदा सीट चाहिए. दूसरी ओर सीटों के फंसते पेंच को लेकर महागठबंधन में शामिल मुकेश सहनी और एनडीए में शामिल चिराग पासवान को लेकर चर्चा तेज है कि ये दोनों जन सुराज से गठबंधन तो नहीं करेंगे? इस पर बीते मंगलवार (07 अक्टूबर, 2025) की रात प्रशांत किशोर ने क्लियर कट जवाब दिया.
इस सवाल पर कि सीटों को लेकर दोनों गठबंधन (एनडीए और महागठबंधन) में घमासान है. कयास लगाया जा रहा है कि मुकेश सहनी जो हैं वो दल बदल सकते हैं. चिराग पासवान को लेकर भी कयास लगाया जा रहा है. इस पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा, “इसमें नई बात क्या है? ये सीटों के बंटवारे का घमासान नहीं है, बिहार को लूटने का घमासान है कि कौन कितनी ज्यादा सीटों पर लड़ेगा ताकि उसको आगे उतनी बड़ी लूट करने का अवसर मिल सके.”
प्रशांत किशोर ने आगे कहा, “जन सुराज ने पहले ही कह दिया है कि किसी से कोई गठबंधन नहीं होगा. एक ही गठबंधन है जनता के साथ का गठबंधन, 243 सीटों पर अपने दम पर लड़ेंगे. जनता ने आशीर्वाद दिया तो बिहार में सुधार का प्रयास करेंगे.”
#WATCH पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, “… जन सुराज ने हमेशा कहा है कि हम किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं कर रहे हैं। हम 243 सीटों पर लड़ेंगे और अगर जनता हमें आशीर्वाद देती है, तो हम बिहार के विकास के लिए काम करेंगे… हम 9 अक्टूबर… pic.twitter.com/GhSCUTL5mD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 7, 2025
’14 तारीख को कौन आ रहा ये जनता पर छोड़ दें’
जन सुराज के उम्मीदवारों को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा, “9 तारीख को जन सुराज के उम्मीदवारों की सूची जारी होगी.” एक सवाल पर कि लालू यादव ने ट्वीट किया कि 14 नवंबर को बिहार में एनडीए की सरकार खत्म हो जाएगी. महागठबंधन की सरकार बनेगी. इस पर पीके ने कहा कि वो (लालू) भी 14-15 साल सरकार में रहे हैं. बिहार के राजा रहे हैं. बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं. 14 तारीख को एनडीए की सरकार तो जा रही है, कौन आ रहा है ये जनता पर छोड़ दें.
प्रशांत किशोर से जब पत्रकारों ने पूछा कि मतदान के दौरान बुर्का पहने मतदाताओं की जांच करने की मांग की जा रही है. इस पर उन्होंने कहा कि सारे मतदाताओं की गहन जांच के बाद ही वोट होना चाहिए. जबरदस्ती का इसमें हिंदू-मुस्लिम, बुर्का और साड़ी को घुसाया जा रहा है.