भारत और वेस्टइंडीज का दूसरा टेस्ट दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जा रहा है. स्टेडियम में दर्शकों की संख्या दर्शा रही है कि दिल्लीवासियों को टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रह गई है. अहमदाबाद की तरह दिल्ली के मैदान में भी सन्नाटा छाया हुआ है. ये वही मैदान है, जिसमें इसी साल विराट कोहली डोमेस्टिक मैच खेलने उतरे थे. डोमेस्टिक मैच होने के बावजूद मैदान लोगों से खचाखच भरा हुआ था. मगर भारत और वेस्टइंडीज के बीच अंतर्राष्ट्रीय मैच में अधिकांश सीटें खाली देखी गई हैं.
जब अहमदाबाद स्टेडियम में सीटें खाली थीं, तब एक फैन का पोस्ट खूब वायरल हुआ था. उसमे BCCI को सलाह दी गई कि टेस्ट मैच ऐसी जगह करवाने चाहिए, जहां लोग रेड-बॉल मैच देखने में दिलचस्पी दिखाते हों और उसके आसपास टूरिजम भी हो सके. खैर इस खाली पड़े स्टेडियम में भारतीय बल्लेबाज चमक रहे हैं, इस लेख को लिखे जाने तक यशस्वी जायसवाल शतक और साई सुदर्शन फिफ्टी लगा चुके हैं.
दर्शकों की घटती संख्या वेस्टइंडीज टीम पर भी सवाल खड़े करती है. ये वही वेस्टइंडीज है, जिसमें कभी कर्टली एम्ब्रोज़, विवियन रिचर्ड्स, मैलकॉम मार्शल और कोर्टनी वॉल्श जैसे बेहतरीन और महान खिलाड़ी खेला करते थे. इस कैरेबियाई टीम को हराना सबके बस की बात नहीं होती थी. मगर अब वेस्टइंडीज खासतौर पर टेस्ट में सबसे फिसड्डी टीमों में से एक बन चुकी है.
भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज की टीम दोनों पारियों में मिलाकर सिर्फ 308 रन बना पाई थी. नतीजन उसे अहमदाबाद टेस्ट में पारी और 140 रनों के विशाल अंतर से हार झेलनी पड़ी थी. भारत के सामने इस वेस्टइंडीज टीम का टिक पाना बहुत ज्यादा मुश्किल है. ऐसे में कोई चमत्कार ही वेस्टइंडीज को टीम इंडिया पर जीत दिला सकता है. यानी फैंस को भी पहले ही आभास था कि इन मैचों में टीम इंडिया ही बाजी मारेगी, फिर अहमदाबाद हो या दिल्ली, कोई फैन मैच देखने क्यों ही आएगा.
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