मिस्र में होने वाले गाजा शांति समझौते के औपचारिक हस्ताक्षर कार्यक्रम से हमास ने खुद को अलग कर लिया है. संगठन का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप की 20 सूत्रीय शांति योजना के कुछ बिंदुओं से उसे कड़ा एतराज है. खासतौर पर उस सुझाव पर, जिसमें हमास के सदस्यों को गाजा छोड़ने की बात कही गई थी. इससे लंबे समय से तैयार हो रहा यह समझौता अब अधर में लटक गया है.
‘गाजा में युद्ध खत्म हो गया है’
उधर, ट्रंप ने इजरायल रवाना होते समय कहा कि ‘गाजा में युद्ध खत्म हो गया है’, और अब स्थिति सामान्य होने की उम्मीद जताई. यह बयान अमेरिका, मिस्र, कतर और तुर्की की मध्यस्थता से बने युद्धविराम के बाद आया है. आइए जानते हैं ट्रंप की उस 20 सूत्रीय गाजा शांति योजना में ऐसा क्या है, जिसे हमास ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया है:
1. गाजा को पूरी तरह आतंकवाद-मुक्त और उग्रवाद-रहित क्षेत्र बनाया जाएगा.
2. गाजा का पुनर्विकास उसके स्थानीय नागरिकों के हितों को ध्यान में रखकर किया जाएगा.
3. अगर दोनों पक्ष सहमत हों तो युद्ध समाप्त किया जाएगा, और इजराइल अपने सैन्य अभियान रोककर पीछे हटेगा.
4. सभी बंधकों (जिंदा या मृत) को 72 घंटे के भीतर वापस किया जाएगा.
5. इजरायल गाजा के 250 उम्रकैद प्राप्त कैदियों और 1,700 बंदियों को रिहा करेगा.
6. हमास के सदस्य, जो हिंसा छोड़ने की घोषणा करेंगे, उन्हें माफी या सुरक्षित निकास (सेफ एग्जिट) दिया जाएगा.
7. गाजा में मानवीय सहायता तुरंत दाखिल होगी.
8. संयुक्त राष्ट्र, रेड क्रिसेंट और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के जरिए मदद पहुंचाई जाएगी.
9. गाजा में ‘बोर्ड ऑफ पीस’ के तहत एक अस्थायी तकनीकी समिति शासन करेगी.
10. ट्रंप के नेतृत्व वाली आर्थिक योजना के तहत गाजा को पुनर्निर्मित और आधुनिक बनाया जाएगा.
11. गाजा में स्पेशल इकोनॉमिक जोन (विशेष आर्थिक क्षेत्र) बनाया जाएगा ताकि व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिले.
12. किसी को जबरन नहीं हटाया जाएगा. लोगों को रहने, जाने या लौटने की स्वतंत्रता होगी.
13. पूरी तरह से निशस्त्रीकरण (डिमिलिट्राइजेशन) किया जाएगा और सभी हथियार नष्ट किए जाएंगे.
14. योजना के अनुपालन और सुरक्षा के लिए क्षेत्रीय देशों की गारंटी ली जाएगी.
15. एक अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (स्टेबिलाइजेशन फोर्स) तैनात किया जाएगा जो स्थानीय पुलिस की सुरक्षा और ट्रेनिंग देखेगा.
16. कोई इजरायली कब्जा नहीं रहेगा. IDF (इजराइली सेना) चरणबद्ध तरीके से वापस जाएगी.
17. अगर हमास समझौता नहीं मानता, तो शांति योजना आतंक-मुक्त इलाकों में ही लागू की जाएगी.
18. अलग-अलग धर्मों के लोगों के बीच बातचीत और समझ बढ़ाई जाएगी ताकि सब शांति और मेलजोल के साथ रह सकें.
19. इस योजना में फिलिस्तीन को अपना अलग देश बनने का रास्ता भी शामिल है.
20. अमेरिका की अगुवाई में इजरायल-फिलिस्तीन संवाद शुरू होगा ताकि स्थायी शांति और सह-अस्तित्व का रास्ता निकले.
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