जॉन कैंपबेल और शाई होप के बीच तीसरे विकेट के लिए 177 रनों की साझेदारी ने वेस्टइंडीज को पारी की हार से बचा लिया. क्रिकेट इतिहास में सिर्फ चौथी बार ऐसा हुआ है जब भारतीय टीम ने विरोधी टीम को फॉलो-ऑन दिया और उन्हें चौथी पारी में भी बल्लेबाजी करनी पड़ेगी. ये भारत बनाम वेस्टइंडीज दूसरे टेस्ट में हुआ.
शुभमन गिल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. यशस्वी जायसवाल ने 175 रनों की शानदार पारी खेली, इसके बाद कप्तान गिल ने भी शतक जड़ा. उन्होंने नाबाद 129 रन बनाए. भारत ने अपनी पहली पारी 518 रनों पर घोषित कर दी थी. इसके बाद टेस्ट के दूसरे दिन वेस्टइंडीज की पहली पारी शुरू हुई. तीसरे दिन के दूसरे सेशन तक वेस्टइंडीज की पहली पारी 248 रनों पर समाप्त हो गई, तब भारत ने वेस्टइंडीज को फॉलो-ऑन देने का फैसला किया.
पहली पारी में कुलदीप यादव ने 5 विकेट लिए, रवींद्र जडेजा ने 3 और जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज ने 1-1 विकेट लिया. जिस तरह वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी रही थी, उससे लगा था कि भारत इस टेस्ट को भी पारी से जीतेगा. भारत ने पहली पारी में 270 रनों की बढ़त बनाई थी.
फॉलो-ऑन देने के बाद भी टीम इंडिया को करनी पड़ेगी बल्लेबाजी
वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में शुरूआती 2 विकेट 35 रन पर गिर गए थे, लेकिन इसके बाद जॉन कैंपबेल और शाई होप ने 177 रनों की साझेदारी की. कैंपबेल ने 115 रन बनाए, ये उनके टेस्ट करियर का पहला शतक था. वह 2002 के बाद भारत में टेस्ट शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने. जॉन को जडेजा ने अपना शिकार बनाया. इसके बाद शाई होप (103) ने भी अपना शतक पूरा किया, उन्हें मोहम्मद सिराज ने बोल्ड किया.
वेस्टइंडीज ने जैसे ही दूसरी पारी में 270 का स्कोर पार किया, तो ये कंफर्म हो गया कि भारत को चौथी पारी में भी बल्लेबाजी करनी पड़ेगी. आखिरी बार ऐसा नवंबर, 2012 में हुआ था. भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा सिर्फ चौथी बार हुआ.