अभिषेक नैन काे प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट से नवाजा गया है और उसने पूरे टूर्नामेंट में 6 गोल किए हैं
हॉकी एशिया कप 2025 के फाइनल में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए साउथ कोरिया को 4-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। 8 साल बाद भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है। इस जीत में हरियाणा के तीन खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा, जिनमें सोनीपत के अभिषेक नैन और स
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अभिषेक नैन को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब दिया गया। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 6 गोल किए, जिसमें कजाकिस्तान के खिलाफ 4 और चीन के खिलाफ 2 गोल शामिल हैं। वहीं सुमित कुराड़ ने डिफेंडर के रूप में मोर्चा संभालते हुए विरोधी टीम को ज्यादा मौके नहीं दिए और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
टीम के साथ तालमेल बनाते हुए सभी खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाया। जीत के बाद सोनीपत के दोनों खिलाड़ियों का जिले में भव्य स्वागत होगा। अभिषेक नैन आज शाम सोनीपत पहुंचेंगे, जबकि सुमित कुराड़ कल लौटेंगे। इसी दौरान दोनों खिलाड़ियों ने दैनिक भास्कर ऐप से खास बातचीत भी की।

प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अवॉर्ड की घोषणा के दौरान अभिषेक मुस्कुराते हुए
अभिषेक नैन ने की खास बातचीत अभिषेक नैन ने दैनिक भास्कर ऐप से बातचीत करते हुए बताया कि प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट मिलने से उसे बहुत ज्यादा खुशी है और इसके लिए बहुत ज्यादा मेहनत भी वे लगातार करते रहे हैं। पूरी टीम का योगदान रहा है।
वहीं प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अवॉर्ड उन्होंने अपनी टीम को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि यह पूरी टीम का सहयोग था, जिसकी बदौलत टीम ने जीत हासिल की और उन्हें यह अवॉर्ड मिला।

सुमित कुराड़
इसके बाद सुमित कुराड़ ने दैनिक भास्कर ऐप से क्या खास बातचीत की पढ़िए..
सवाल- पूरे टूर्नामेंट में मुकाबला कैसा रहा? सुमित कुराड़ – सभी मैच में मुकाबला काफी अच्छा रहा और लीग में कोरिया के साथ दो-दो से ड्रा हो गया था। सवाल-कहां सबसे ज्यादा कमियां रही? सुमित कुराड़ – लीग मैच में हमारी टीम ने काफी चांस से मिस किए थे। उसे दिन पीसी भी नहीं लग पाए थे। वहीं फाइनल मुकाबले के दौरान पहले से ही रणनीति बनाई थी कि जो गलतियां पिछले मैच में की थी वह दोहरानी नहीं है। उन सभी कमियों को दूर करते हुए अच्छा खेल खेला है। वर्ल्ड कप के प्ले क्वालीफाई करना है यह माइंड सेट पहले से किया था।
सवाल- 8 साल बाद टीम को ख़िताब मिला है, क्या कहेंगे? सुमित कुराड़ – यह मेरे साथ-साथ पूरी टीम और पूरे देश के लिए प्राउड मोमेंट है। क्योंकि लास्ट टाइम में टूर्नामेंट हार गए थे और तीसरा स्थान मिला था। उन्होंने कहा है कि एशिया में इंडिया की हॉकी टीम बेस्ट टीम है। पूरे देश को उम्मीद थी और कोई भी यह नहीं देखना चाहता था कि हम हार जाएं।
सवाल –यह टूर्नामेंट घर में था, कितना प्रेशर था या रिलैक्स थे? सुमित कुराड़ – बड़ा अच्छा लगता है जब कोई भी इस प्रकार का टूर्नामेंट अपने देश में हो और जीत दर्ज करने के बाद बहुत ज्यादा खुशी मिलती है। सवाल -पूरे टूर्नामेंट में कौन सा मैच डिफिकल्ट मानते हैं? सुमित कुराड़- जब तक आखिरी मैच खत्म नहीं हो जाता, स्कोर चाहे कुछ भी चल रहा हो, जब तक खेल खत्म नहीं हो जाता तब तक यही लगता है कि हम जीत दर्ज करेंगे। कोई भी मैच मुश्किल या आसान नहीं होता। जीत दर्ज करने के लिए दोनों टीम मैदान पर उतरती है।
सवाल- किस टीम के साथ मुकाबला कड़ा रहा? सुमित कुराड़ – सभी टीम में काफी अच्छी थी और सबसे ज्यादा खेलने में मजा कोरिया के साथ आया। कोरिया की टीम के साथ लीग में भी ड्रॉ खेल कर आए हैं। अच्छी टीम थी और तभी वह फाइनल में भारत के साथ खेली है।
सवाल –वर्ल्ड कप हॉकी के लिए क्या तैयारी रहेगी? सुमित कुराड़- अगले साल वर्ल्ड कप है और 20 दिन का रेस्ट करेंगे और उसके बाद बेंगलुरु में दोबारा से 29 सितंबर से कैंप लग जाएगा और प्रैक्टिस शुरू हो जाएगी। टीम पूरी तरह से रेडी है।
सवाल –वर्ल्ड कप के बाद क्या आगे खेलेंगे? सुमित कुराड़- अभी मैं बहुत ज्यादा यंग हूं और अभी तो बहुत ज्यादा मैच खेलने हैं और देश के लिए कुछ करना है, अभी खेल से अलविदा कहने की उम्र नहीं है। अगर अलविदा करना होता तो मैं पहले ही कह देता, अभी तो मेरा खेल पर फोकस है और सिर्फ एक ही टारगेट होता है कि ज्यादा से ज्यादा टीम के साथ खेलते हुए देश को मेडल मिले।
सवाल- शादी के लिए कब तक विचार है? सुमित कुराड़– शादी के लिए अभी कोई विचार नहीं है और ना ही अभी कोई प्लानिंग की है। वर्ल्ड कप पर को लेकर ही फोकस है।

जीत के बाद भारत की हॉकी चैंपियन टीम
कौन हैं सुमित कुराड़ सुमित बाल्मीकि सोनीपत के गांव कुराड़ का रहने वाला है। बचपन से ही गरीबी और विषम हालातों से लड़कर उन्होंने कामयाबी का सफर हासिल किया है। एक वक्त था जब सुमित के पास कभी जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे।
सुमित ने विषम हालातों में अपने आप को इतना मजबूत किया है कि अपनी मां की मृत्यु होने के बाद भी उन्होंने खुद को कमजोर नहीं होने दिया और मां के नाम का लॉकेट गले में डालकर रखते हैं। परिवार का बेटा आज हॉकी के खेल में अपना नाम कमा रहा।
सुमित ने माता-पिता के साथ-साथ खुद भी मजदूरी की है। साल 2016 के जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप भी उनकी बदौलत पूरी टीम ने जीत हासिल की थी। 8 साल की उम्र में जूते मिलने के लालच ने उसके हाथ में हॉकी की स्टिक पकड़वाई थी। वहीं से सुमित ने कभी पलट कर वापस नहीं देखा।

सोनीपत के गांव कुराड़ का रहने वाला है सुमित
सुमित कुराड़ की उपलब्धियां साल 2021 में टोक्यो ओलिंपिक में टीम के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।साल 2023 में एशियन गेम में टीम के साथ गोल्ड मेडल जीता। वही साल 2024 के पेरिस ओलिंपिक में भी पूरी टीम के साथ खेलते हुए जी जान लगाते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीत कर देश की शान बढ़ाई।
वहीं सुमित को भारत सरकार की तरफ से अर्जुन अवॉर्ड और हरियाणा सरकार की तरफ भीम अवॉर्ड से नवादा जा चुका है। अभी तक करीबन 160 से ज्यादा मैच देश के लिए खेल चुके हैं।

हीरो ऑफ द टूर्नामेंट चुने जाने के बाद

सोनीपत के म्यूर विहार के रहने वाले अभिषेक नैन
अभिषेक नैन के बारे में जानिए… हॉकी खिलाड़ी अभिषेक नैन सोनीपत के मयूर विहार गली नंबर 25 में रहते हैं। वह हॉकी फॉरवर्ड खेलते हैं। 8 महीने पहले उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। उन्होंने पेरिस ओलिंपिक में भी हॉकी में कांस्य पदक जीता था।

अभिषेक नैन ने अपने करियर की शुरुआत 11 साल की छोटी सी उम्र में की थी
अभिषेक नैन ने अपने करियर की शुरुआत 11 साल की छोटी सी उम्र में की थी। जामुन के पेड़ से गिरने के बाद 10 टांके आने के बाद डॉक्टर ने उन्हें खेलने से मना किया था, बावजूद भी उन्होंने अपनी हॉकी को नहीं छोड़ा और मेहनत करते रहे। पांचवी कक्षा में उन्होंने सोनीपत सी आर जेड स्कूल से हॉकी की प्रैक्टिस रुकी थी।
साल 2016 में जूनियर शिविर में उन्हें शामिल नहीं किया था तो उनका विश्व कप खेलने का सपना टूटा था। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करके अपनी काबिलियत के दम पर टीम में जगह बनाई।