इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सबसे बड़ी और महंगी क्रिकेट लीग है. इस लीग की सफलता भी एक कारण है कि बीसीसीआई दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बना. चाहे चुनाव हो, महामारी हो या कोई और वजह, आयोजन का स्थान बदला लेकिन टूर्नामेंट 2008 से प्रत्येक वर्ष आयोजित हुआ. हर वर्ष ये टूर्नामेंट नई ऊंचाइयों को छूता रहा है, लेकिन हाल ही में आई एक रिपोर्ट से लगता है कि इस टी20 लीग की चमक फीकी पड़ रही है.
रिपोर्ट के अनुसार इंडियन प्रीमियर लीग की ब्रांड वैल्यू में कमी देखने को मिली है. पिछले साल की तुलना में आईपीएल की ब्रांड वैल्यू 8 प्रतिशत घटकर 76,100 करोड़ रुपये रह गई है, जबकि पिछले साल ये 82,700 करोड़ रुपये थी.
इसके पीछे की वजह ब्राडकास्टिंग एरिया में विलय और रियम गेमिंग पर प्रतिबंध को बताया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट में सालाना मूल्यांकन जारी करने वाली डीडी एंड एंड एडवाइजरी के हवाले से बताया गया है कि इस टी20 लीग के मूल्य में गिरावट का ये लगातार दूसरा साल है. ये 2023 में 92,500 करोड़ रुपये थी.
IPL को क्यों लगा इतना बड़ा झटका?
रिपोर्ट में ‘बियॉन्ड 22 यार्ड्स’ के हवाले से बताया गया कि इसके दो प्रमुख कारण हैं. 2024 में प्रमुख प्रसारण कंपनियों डिज्नी स्टार और वायकॉम 18 का विलय, इससे मीडिया अधिकारियों के लिए प्रतिस्पर्धा में कमी देखने को मिली. दूसरा रियल मनी गेमिंग ऐप पर प्रतिबंध, जो भारत सरकार ने इस साल लगाया. आईपीएल में कई ऐसी कंपनियां स्पांसर थी.
92, 500 करोड़ से 76,100 करोड़ रुपये
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन दो प्रमुख वजहों से इसके इकोसिस्टम का मूल्य लगभग 16,400 करोड़ रुपये कम हो गया है. 2023 में ये 92,500 करोड़ रुपये था जो अब 76,100 करोड़ रुपये हो गया है.
आईपीएल की बात करें तो भारत में क्रिकेट प्रेमियों के लिए ये एक त्यौहार की तरह होता है, 2 महीने तक फैंस को एक से बढ़कर एक रोमांचक मुकाबले देखने को मिलते हैं. प्लेयर्स पसंद करते हैं कि देश के लिए एक साथ खेलने वाले प्लेयर्स आमने सामने भिड़ें, इसका रोमांच ही अलग होता है.