
देशभर में दीवाली का त्योहार बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. इस साल यह पर्व 20 अक्टूबर 2025 को है. इस दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है. मां लक्ष्मी को धन और दौलत की देवी माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी के दर्शन के लिए मंदिरों में भीड़ रहती है. ऐसा ही एक मंदिर दक्षिण भारत में है, जो सोने से बना है और दूर-दूर से भक्त मां लक्ष्मी के इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं.

यह मंदिर तमिलनाडु के वेल्लोर नगर के मलाईकोड़ी पहाड़ों पर स्थित है. यह मंदिर श्रीपुरम महालक्ष्मी के नाम से जाना जाता है और इसे श्री नारायणी पीदम धर्मार्थ ट्रस्ट ने बनवाया था और यह 15 हजार किलोग्राम शुद्ध सोने से बना है. इस मंदिर की ऊपरी लेयर सोने की चादर से ढकी है.

यह मंदिर एक एकड़ में फैला हुआ है और इसकी वास्तुकला दक्षिण की संस्कृति को पूरी तरह से दर्शाती है. माना जाता है कि इसे बनाने में 300 करोड़ की लागत लगी थी.

दीवाली के दिन इस मंदिर को अच्छी तरह से सजाया जाता है. वहीं मां लक्ष्मी की मूर्ति सोने से लदी रहती है. इस दिन मां लक्ष्मी की सोने से लदी प्रतिमा को दखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. दीवाली के दिन यहां खास पूजा और यज्ञ किया जाता है और भक्त धन-धान्य की पूर्ति के लिए आशीर्वाद लेते हैं.

मंदिर परिसर में एक अनोखा सरोवर बनाया गया है, जिसमें पूरे देश की पवित्र नदियों का जल एकत्र किया गया है. इस सरोवर के जल को मनोकामना पूर्ति जल कहा जाता है. रात के समय श्रीपुरम महालक्ष्मी मंदिर का दृश्य अद्भुत होता है. मंदिर को लाइटों से सजाया जाता है, जिससे सोने की चमक कई गुना ओर बढ़ जाती है.

यह मंदिर पूरे साल 365 दिन खुला रहता है, ताकि श्रद्धालु किसी भी दिन यहां आकर दर्शन कर सकें. हालांकि यहां पारंपरिक परिधान में ही प्रवेश की अनुमति होती है. दर्शन निशुल्क होता हैं, लेकिन विशेष पूजा कराने के लिए पहले से बुकिंग करानी होती है.
Published at : 17 Oct 2025 07:00 AM (IST)