दीपोत्सव पर्व की शुरुआत का प्रतीक धनतेरस आज 18 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. इसे धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है. भगवान धन्वंतरि को भगवान विष्णु का अवतार माना गया है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. इसी कारण यह दिन स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. धनतेरस पर कुछ वस्तुओं की खरीदारी अत्यंत शुभ मानी गई है, लेकिन इस दिन कुछ नियमों का पालन करना भी जरूरी है, कहते हैं कि कुछ चीजें धनतेरस के दिन किसी को भी नहीं देना चाहिए. जानते हैं वो चीजें कौन सी हैं और इसके पीछे क्या वजह बताई गई है.
चीनी : धनतेरस के दिन अपनी रसोई से चीनी देना अशुभ माना जाता है. कहते हैं कि चीनी मिठास और सुख का प्रतीक है. ऐसा माना जाता है कि अगर आप धनतेरस के दिन किसी को चीनी देते हैं तो आप अपने घर की मधुरता और खुशहाली किसी और को सौंप देते हैं. इसलिए धनतेरस पर चीनी खरीदें तो जरूर, लेकिन धनतेरस की रात इसे किसी को नहीं दें.
पैसा : धनतेरस धन की देवी मां लक्ष्मी की आराधना का दिन है. इस दिन किसी को पैसा उधार देना शुभ नहीं माना जाता. मान्यता है कि ऐसा करने से माता लक्ष्मी भी घर से चली जाती हैं.
नमक : नमक को शुद्धता और संतुलन का प्रतीक माना गया है. लेकिन धनतेरस के दिन अपनी रसोई से किसी को नमक देना अपने जीवन की ऊर्जा और स्थिरता को दूसरों को सौंपने के समान माना जाता है. इसके अलावा नमक समुद्र से निकाला जाता है, इसलिए इसका संबंध माता लक्ष्मी से माना जाता है.
दूध और दही: मान्यता है कि धनतेरस की रात अपनी रसोई से दूध और दही किसी को नहीं देना चाहिए, यह भी मान्यता है कि आज के दिन दूध या दही देने से ग्रहों की दिशा प्रभावित होती है. दूध और दही शुभता और पवित्रता के भी प्रतीक हैं. इसलिए धनतेरस जैसे मंगल दिन पर इन्हें दूसरों को देना अच्छा नहीं माना जाता है.
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