धर्मशाला की वादियों में भारतीय गेंदबाजों को लगे पंख… स्विंग और सीम का दिखा सटीक कॉम्बिनेशन, अर्शदीप-हर्षित बने गेमचेंजर – team india bowlers roar in dharamshala ind vs sa 3rd t20i tspoa

धर्मशाला की वादियों में भारतीय गेंदबाजों को लगे पंख… स्विंग और सीम का दिखा सटीक कॉम्बिनेशन, अर्शदीप-हर्षित बने गेमचेंजर – team india bowlers roar in dharamshala ind vs sa 3rd t20i tspoa


साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुल्लांपुर में खेले गए दूसरे टी20 मैच में गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों ही भारतीय टीम की कमजोरी बनी थी. अब रविवार (14 दिसंबर) को धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (HPCA) स्टेडियम में भारतीय गेंदबाजों ने पूरी ताकत दिखाई और टीम की जीत को आसान बनाया.

साउथ अफ्रीका पर मिली 7 विकेट की दमदार जीत के साथ भारत ने न सिर्फ पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि मुल्लांपुर में मिली 51 रनों की हार महज एक अपवाद थी. दुनिया की नंबर-1 टी20 टीम ने बता दिया कि उसे आगामी वर्ल्ड कप में खिताब जीतने से रोक सकना आसान नहीं होगा. आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2026 फरवरी-मार्च में भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में होना है.

धौलाधार की चोटियों पर हल्की बर्फबारी के चलते तापमान काफी गिर गया था, जिसके कारण धर्मशाला का मौसम टी20 क्रिकेट के लिए असामान्य था. आमतौर पर इस मैदान पर हाई-स्कोरिंग मैच होते हैं, लेकिन ठंडी हवा और संतुलित पिच ने तेज गेंदबाजो के लिए हालात मुफीद बना दिए. कप्तान  सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर भारत ने मेहमान टीम को पहले बल्लेबाज के लिए बुलाया और यह फैसला पूरी तरह सही साबित हुआ.

अर्शदीप मुल्लांपुर में बने थे विलेन, अब जीत की रखीं नींव
भारत की शानदार शुरुआत की नींव बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने रखी. ठंडी और हल्की हवा में मिल रही स्विंग का उन्होंने गजब इस्तेमाल किया. मुल्लांपुर में अर्शदीप ने चार ओवरो में 54 रन लुटाए थे. लेकिन यहां पर अर्शदीप की गेंदबाजी सातवें आसमान पर थी. अर्शदीप ने चार ओवरों में सिर्फ 13 रन दिए और दो विकेट चटकाए.

अर्शदीप सिंह ने अपनी आउटस्विंग, इनस्विंग और लेंथ में बदलाव से अफ्रीकी बल्लेबाजों को परेशान किया. पहले ही ओवर में अर्शदीप ने रीजा हेंड्रिक्स को आउट कर टीम को शुरुआती सफलता दिला दी. मुल्लांपुर टी20 मैच साउथ अफ्रीकी टीम को अच्छी शुरुआत मिली थी, जिसके चलते उसने बड़ा स्कोर बना दिया था, लेकिन यहां पहला विकेट जल्द गिरने के बाद दबाव पूरी तरह मेहमान टीम पर आ चुका था.

जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में टीम में आए हर्षित राणा ने भी निराश नहीं किया. पिछले मैच में 90 रन ठोकने वाले क्विंटन डिकॉक को उन्होंने पवेलियन भेजा. इसके बाद डेवाल्ड ब्रेविस भी दबाव में आकर गलती कर बैठे. हर्षित ने जो विकेट लिए वो भले आसान लगे हों, लेकिन वे शुरुआती ओवरों में बनाए गए दबाव का नतीजा थे, पावरप्ले में ही भारत ने साउथ अफ्रीका की कमर तोड़ दी.

यह भी पढ़ें: वरुण की मिस्ट्री, गेंदबाजों की केमेस्ट्री और अभिषेक का मैजिक… धर्मशाला में भारत ने ऐसे अफ्रीका को रौंदा

मिडिल ओवर्स में शिवम दुबे ने भी सीम मूवमेंट का फायदा उठाया. कॉर्बिन बॉश का विकेट इस बात का सबूत था कि हालात हर तेज गेंदबाज के पक्ष में थे. इसके बाद मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने कहर बरपाते हुए हालात से परे जाकर अपनी उपयोगिता साबित की. उन्होंने 4 ओवर में 11 रन देकर दो विकेट चटकाए और रन गति पर लगाम लगाया. साउथ अफ्रीकी कप्तान एडेन मार्करम ने जरूर 61 रन बनाए, लेकिन वो टीम को अच्छे स्कोर तक ले जाने में नाकाफी रहा.

कुलदीप यादव ने आखिरी ओवर में दो विकेट लेकर साउथ अफ्रीका को 117 रनों के स्कोर पर ही ऑलआउट कर दिया. चेज में अभिषेक शर्मा ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 18 गेंदों पर 35 रन बना दिए, जिससे टीम की जीत की राह और आसान हो गई. इस मुकाबले में भले ही सुर्खियां तेज गेंदबाजों ने बटोरी हों, लेकिन कुल मिलाकर यह प्रदर्शन भारत की बेहद मजबूत और संतुलित गेंदबाजी यूनिट का प्रतिबिंब था.

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