स्पोर्ट्स डेस्क5 मिनट पहले
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नीरज चोपड़ा ओलिंपिक के जैवलिन थ्रो इवेंट में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतने वाले इकलौते भारतीय हैं।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 आज से जापान के टोक्यो शहर में शुरू हो रही है। टूर्नामेंट 13 से 21 सितंबर तक खेला जाएगा। भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा 17 सितंबर को क्वालिफिकेशन राउंड में नजर आएंगे, वे जापान पहुंच चुके हैं। टूर्नामेंट के लिए भारत ने अलग-अलग इवेंट्स के लिए 19 प्लेयर्स का स्क्वॉड जापान भेजा है।
नीरज ने 2023 में गोल्ड जीता था इतिहास में पहली बार मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के 4 प्लेयर्स हिस्सा लेंगे। नीरज के अलावा सचिन यादव, यशवीर सिंह और रोहित यादव ने भी टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया। डबल ओलिंपिक मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने 2023 में बुडापेस्ट वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था, अब वे अपना टाइटल डिफेंड करने के लिए उतरेंगे।
भारत के 19 प्लेयर्स के स्क्वॉड में युवा स्प्रिंटर अनिमेश कुजुर से भी मेडल जीतने की उम्मीद है। वे वर्ल्ड चैंपियनशिप के मेंस 200 मीटर स्प्रिंट इवेंट में क्वालिफाई करने वाले भारत के पहले ही प्लेयर हैं। वे भी 17 सितंबर को ही रेस करते नजर आएंगे।

जापान पहुंचे नीरज चोपड़ा वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए नीरज चोपड़ा जापान पहुंच चुके हैं। वे 11 सितंबर को टोक्यो पहुंचे, उन्होंने 12 सितंबर से ही प्रैक्टिस भी शुरू कर दी। नीरज के सामने इवेंट में सबसे बड़ी चुनौती पाकिस्तान के अरशद नदीम रहेंगे, जिन्होंने पेरिस ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर नीरज को दूसरे स्थान पर धकेल दिया था। नीरज ओलिंपिक में गोल्ड और सिल्वर मेडल चुके हैं।

नीरज चोपड़ा 11 सितंबर को टोक्यो पहुंचे।
भारत के रिले टीम ने क्वालिफाई नहीं किया पिछली वर्ल्ड चैंपियनशिप हंगरी में हुई थी, जहां भारत ने 28 एथलीट्स को भेजा था। हालांकि, इस बार रिले टीम के क्वालिफाई नहीं कर पाने के कारण स्क्वॉड छोटा किया गया। भारत के स्क्वॉड में 14 मेंस और 5 विमेंस एथलीट्स हैं। इनमें मेडल की उम्मीदें नीरज से ही सबसे ज्यादा हैं।
75 करोड़ रुपए की प्राइज मनी वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 75 करोड़ रुपए की प्राइज मनी दांव पर है। इसके अलावा टूर्नामेंट के किसी भी इवेंट में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले एथलीट्स को 88.30 लाख रुपए (1 लाख डॉलर) मिलेंगे। प्राइज मनी की डिटेल्स नीचे देखिए…
इंडिविजुअल इवेंट गोल्ड: 61.80 लाख रुपए (70 हजार डॉलर) सिल्वर: 30.90 लाख रुपए (35 हजार डॉलर) ब्रॉन्ज: 19.42 लाख रुपए (22 हजार डॉलर) चौथा स्थान: 14.12 लाख रुपए (16 हजार डॉलर) पांचवां स्थान: 9.71 लाख रुपए (11 हजार डॉलर) छठा स्थान: 6.18 लाख रुपए (7 हजार डॉलर) सातवां स्थान: 5.29 लाख रुपए (6 हजार डॉलर) आठवां स्थान: 4.41 लाख रुपए (5 हजार डॉलर)
रिले टीम
- गोल्ड: 70.63 लाख रुपए (80 हजार डॉलर)
- सिल्वर: 35.31 लाख रुपए (40 हजार डॉलर)
- ब्रॉन्ज: 17.65 लाख रुपए (20 हजार डॉलर)
- चौथा स्थान: 14.12 लाख रुपए (16 हजार डॉलर)
- पांचवां स्थान: 10.59 लाख रुपए (12 हजार डॉलर)
- छठा स्थान: 7.63 लाख रुपए (8 हजार डॉलर)
- सातवां स्थान: 5.29 लाख रुपए (6 हजार डॉलर)
- आठवां स्थान: 3.53 लाख रुपए (4 हजार डॉलर)
टोक्यो वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भारत की टीम
मेंस: नीरज चोपड़ा, सचिन यादव, यशवीर सिंह और रोहित यादव (जैवलिन थ्रो), मुरली श्रीशंकर (लॉन्ग जंप), गुलवीर सिंह (5000 और 10000 मीटर), प्रवीण चित्रावल और अब्दुल्लाह अबूबकर (ट्रिपल जंप), सरवेश अनिल कुशारे (हाई जंप), अनिमेश कुजुर (200 मीटर), तेजस शिरसे (110 मीटर हर्डल्स), सर्विन सबास्टियन (20 किमी रेस वॉक), रामबाबू और संदीप कुमार (35 किमी रेस वॉक)।
विमेंस: पारुल चौधरी और अंकिता ध्यानी (3000 मीटर स्टीपलचेज), अन्नु रानी (जैवलिन थ्रो), प्रियंका गोस्वामी (35 किमी रेस वॉक), पूजा (800 और 1500 मीटर)।

क्या है वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप? वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप ओलिंपिक के बाद दुनिया का सबसे बड़ी एथलेटिक्स कॉम्पिटिशन है। वर्ल्ड एथलेटिक्स इसे हर 2 साल में आयोजित कराता है। इसमें स्प्रिंट, रेस वॉक, हाई जंप, लॉन्ग जंप और जैवलिन थ्रो जैसे इवेंट्स होते हैं।
1983 में पहली बार फिनलैंड के हेलसिंकी शहर में चैंपियनशिप हुई थी। इसमें 200 से ज्यादा देशों के 2000 प्लस एथलीट्स हिस्सा लेते हैं। जिनमें मेंस और विमेंस कैटेगरी के 49 अलग-अलग इवेंट्स होते हैं। जापान को तीसरी बार एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी मिली है।