Kumbh in Haridwar: हरिद्वार में वर्ष 2027 में अर्धकुंभ मेला लगेगा. अर्धकुंभ मेले का शुभारंभ 6 मार्च 2027 को महाशिवरात्रि पर्व के पावन दिन होगा. अर्धकुंभ मेले को लेकर उत्तराखंड सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने हरिद्वार मायापुर की अधिष्ठात्री देवी मायादेवी मंदिर व भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना कर, हवन-यज्ञ संपन्न किया और संतों का आशीर्वाद लेकर नगाड़ा बजाकर अर्धकुंभ मेले व शीघ्र शुरू होने वाली छड़ी यात्रा की तैयारियों का शुभारंभ घोषित किया.
कार्यक्रम में ये लोग रहे शामिल
मुख्य सचिव आनंद वर्धन व उनकी धर्मपत्नी ने जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज, निरंजनी अखाड़ा परिषद के सचिव व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज, जूना अखाड़े के सभापति श्रीमहंत मोहन भारती महाराज, जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर के पीठाधीश्वर व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज, महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, महामंत्री श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, मंत्री श्रीमहंत ओम भारती महाराज, महामंडलेश्वर हिमालय पीठाधीश्वर वीरेंद्रानंद जी महाराज मंत्री श्रीमहंत महाकाल गिरि महाराज, रमता पंच, शंभू पंच, श्रीपंच व दिल्ली संत महामंडल के महामंडलेश्वर, श्रीमहंत व महंतों से भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया.
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता में पूजा-अर्चना व हवन संपन्न हुआ. मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कहा कि, अर्धकुंभ मेले व छड़ी यात्रा की तैयारियां संतों द्वारा दिए गए सुझावों के आधार पर ही की जाएंगी.
श्रीमहंत नारायण गिरि ने कुंभ मेले की तारीखों का किया ऐलान
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि हरिद्वार मायापुर की अधिष्ठात्री मायादेवी के मंदिर में पूजा-अर्चना व हवन के साथ ही वर्ष 2027 में लगने वाले अर्धकुंभ मेले तथा नवरात्रि पर शुरू होने वाली पवित्र छड़ी यात्रा की तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं.
अर्धकुंभ मेला वर्ष 2027 में 6 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व से आरंभ होगा. साथ ही नासिक में वर्ष 2026-27 में लगने वाले त्रिखंडात्मक सिंहस्थ कुंभ मेले की तारीखों की भी घोषणा कर दी गई है.
सिंहस्थ कुंभ मेले का शुभारंभ 31 अक्टूबर 2026 को सिंहस्थ ध्वजारोहण से होगा. प्रथम अमृत स्नान दर्श अमावस्या 2027 को होगा, उस दिन सूर्यग्रहण भी रहेगा. श्रावण अमावस्या का दूसरा अमृत स्नान 2 अगस्त तथा तीसरा अमृत स्नान वामन द्वादशी को 12 सितंबर को होगा. मेले का समापन 24 जुलाई 2028 को होगा.
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