Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मैच के बाद खड़ा हुआ हैंडशेक विवाद अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को एशिया कप से हटाने की बात की थी. पायक्रॉफ्ट 14 सितंबर को हुए भारत-पाकिस्तान मैच के रेफरी थे, और पाकिस्तान का आरोप था कि उन्होंने टीम इंडिया के पक्ष में काम किया. हालांकि ICC ने उन्हें टूर्नामेंट से नहीं हटाया, लेकिन बीच का रास्ता निकालते हुए फैसला लिया गया कि पायक्रॉफ्ट पाकिस्तान से जुड़े मुकाबलों में रेफरी की भूमिका नहीं निभाएंगे.
रिची रिचर्डसन को मिली जिम्मेदारी
पीटीआई को सूत्र के हवाले से मिली एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान और यूएई के बीच 17 सितंबर को होने वाले मैच में वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी रिची रिचर्डसन रेफरी होंगे. वह पहले भी कई बड़े टूर्नामेंट्स में मैच रेफरी की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. PCB सूत्रों के अनुसार, यह एक “समझौता” है, जिससे दोनों पक्षों की नाराजगी टल सके.
कौन हैं रिची रिचर्डसन?
एंडी पायक्रॉफ्ट के करियर में बतौर खिलाड़ी खास उपलब्धियां नहीं रहीं, जबकि रिचर्डसन वेस्टइंडीज के लिए बड़ा नाम रहे हैं. उन्होंने 86 टेस्ट और 224 वनडे खेले, जिनमें मिलाकर 12,000 से ज्यादा रन बनाए है. उनके नाम 21 अंतरराष्ट्रीय शतक दर्ज हैं. 1983 में डेब्यू करने वाले रिचर्डसन ने 1996 तक वेस्टइंडीज की टीम का प्रतिनिधित्व किया. संन्यास के बाद उन्होंने अंपायरिंग और रेफरी पैनल में कदम रखा. अब तक वह 58 टेस्ट, 108 वनडे और 117 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में रेफरी की भूमिका निभा चुके हैं.
पाकिस्तान के लिए चुनौती बढ़ी
पाकिस्तान भले ही पायक्रॉफ्ट को अपने मैचों से दूर कराने में कामयाब रहा हो, लेकिन क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि यह फैसला उनके लिए उल्टा भी पड़ सकता है. रिची रिचर्डसन का नाम क्रिकेट जगत में बेहद सम्मानित है और उन पर दबाव बनाना लगभग नामुमकिन होगा. ऐसे में पाकिस्तान का विरोध उनके ही खिलाफ जा सकता है.
विशेषज्ञों का मानना है कि PCB को बार-बार विवाद उठाने से बचना चाहिए, वरना उनकी छवि पर नकारात्मक असर पड़ेगा. अगर हर मैच में रेफरी बदलने की मांग की गई तो इससे पाकिस्तान की विश्वसनीयता को नुकसान हो सकता है.
अगला मुकाबला अहम
अब सभी की नजरें 17 सितंबर को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले पाकिस्तान बनाम यूएई मैच पर होंगी. यह मुकाबला पाकिस्तान के लिए करो या मरो जैसा है, क्योंकि हारने की स्थिति में उनकी सुपर-4 में पहुंचने की राह बेहद मुश्किल हो जाएगी.