भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया महिला टीम को रिकॉर्ड 102 रन से हराकर श्रृंखला बराबर करने के बाद कहा कि एक और दिन खराब क्षेत्ररक्षण के बावजूद भारतीय गेंदबाजों ने लगातार मौके बनाए. महिला वनडे इतिहास में भारत की यह जीत पहला मौका है जब किसी भी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 100 से ज्यादा रन से हराया हो. भारत ने यह जीत स्मृति मंधाना की 91 गेंदों में 117 रनों की तेज पारी की बदौलत हासिल की जो भारत के लिए उनका दूसरा सबसे तेज शतक है.
श्रृंखला के पहले मैच में चार कैच छोड़ने के कारण भारत आठ विकेट से हार गया था. टीम ने दूसरे वनडे में कुल छह कैच टपकाए, फिर भी बड़ी जीत दर्ज करने में सफल रही.
मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘आज भी हमने कुछ मौके गंवाए लेकिन हमारे गेंदबाज हमें मौके देते रहे ताकि हम उनका फायदा उठा सकें और परिणाम अपने पक्ष में कर सकें. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस श्रृंखला में हम हर किसी को मौका देना चाहते हैं। हमने यही बात ध्यान में रखी थी। आज के संयोजन से खुश हूं क्योंकि सभी ने ज़िम्मेदारी ली और योगदान दिया। ‘‘
हरमनप्रीत ने कहा कि कुल मिलाकर वह टीम के प्रयास से खुश हैं. उन्होंने कहा, ‘‘खुशी है कि नतीजा हमारे पक्ष में रहा. हम चीजों को सरल और स्पष्ट रखने की बात करते हैं, इससे हमें सफलता मिल रही है. हम बार-बार ऐसा करते रहना चाहते हैं. स्मृति ने रन बनाए, दूसरों ने रन नहीं बनाए, लेकिन हम 300 के करीब पहुंचने में सफल रहे. ’’
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने स्वीकार किया कि यह मैच उनकी टीम को बहुत कुछ सीखने का मौका देगा. उन्होंने कहा, ‘‘यह विश्व कप के लिए अच्छी तैयारी है. भारत आज खेल के हर पहलू में काफी अच्छा था. आगे बढ़ने के लिए हमारे लिए बहुत अच्छी सीख. ’’