Ghaziabad Encounter: Two Notorious Criminals Killed, Sonipat Family Calls It Fake | बॉलीवुड एक्ट्रेस के घर फायरिंग: यूपी में बदमाशों का एनकाउंट​​​​​​​र: हरियाणा में परिवार बोला- हरिद्वार जाने के लिए निकला, मौत की खबर मिली, कार्रवाई फेक – Sonipat News

Ghaziabad Encounter: Two Notorious Criminals Killed, Sonipat Family Calls It Fake | बॉलीवुड एक्ट्रेस के घर फायरिंग: यूपी में बदमाशों का एनकाउंट​​​​​​​र: हरियाणा में परिवार बोला- हरिद्वार जाने के लिए निकला, मौत की खबर मिली, कार्रवाई फेक – Sonipat News


सोनीपत में अरूण की मौत की सूचना मिलने के बाद परिवार वाले रोते हुए। मां सविता ने एनकाउंटर को फर्जी बताया। इनसेट में मृतक अरूण की फाइल फोटो।

बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले हरियाणा के 2 शूटर एनकाउंटर में ढेर कर दिए गए। हरियाणा STF, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और UP की STF ने गाजियाबाद में बुधवार शाम को इनका एनकाउंटर किया।

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बदमाशों की पहचान रविंद्र निवासी गांव काहनी (रोहतक) और अरुण निवासी मयूर विहार (सोनीपत) के रूप में हुई। ये रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ के गैंग के थे। दोनों पर एक-एक लाख का इनाम था।

एनकाउंटर के बाद सोनीपत निवासी मृतक अरुण के परिवार वालों ने एनकाउंटर को फर्जी बताया है। साथ ही पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। परिवार का कहना है कि अरुण ऐसा नहीं था। उसे घर से उसका दोस्त बुलाकर ले गया था। वह हरिद्वार जाने के लिए घर से निकला था। लेकिन, पुलिस ने उसे मार डाला।

पहले देखिए एनकाउंटर से जुड़ी PHOTOS…

इसी बाइक से शूटर अरुण और रविंद्र आए थे।

इसी बाइक से शूटर अरुण और रविंद्र आए थे।

ट्रॉनिका सिटी एरिया में पुलिस और STF के अधिकारी पहुंचे।

ट्रॉनिका सिटी एरिया में पुलिस और STF के अधिकारी पहुंचे।

बरेली में एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले दोनों बदमाशों का गाजियाबाद में एनकाउंटर हुआ है।

बरेली में एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर फायरिंग करने वाले दोनों बदमाशों का गाजियाबाद में एनकाउंटर हुआ है।

अरूण के भाई के पुलिस कार्रवाई पर दो सवाल…

पुलिस की जारी तस्वीर पर किया सवाल खड़ा: अरुण के भाई अंकुर ने बताया कि दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले बाइक सवार दोनों युवकों में कोई भी उसका भाई नहीं है। उसके भाई का फर्जी एनकाउंटर किया गया। हेलमेट पहनने वाला उसका भाई इसलिए नहीं है, क्योंकि उसका भाई शुगर की बीमारी के कारण पीला पड़ा हुआ था और वह कमजोर हो रखा था। बाइक चलाने वाला लड़का सांवला नजर आ रहा है।

ये फुटेज बरेली में फायरिंग के बाद का है। दावा है कि पीछे बैठा रविंद्र, जबकि हेलमेट में अरुण।

ये फुटेज बरेली में फायरिंग के बाद का है। दावा है कि पीछे बैठा रविंद्र, जबकि हेलमेट में अरुण।

जिस पर नहीं मारपीट तक का केस, उस पर रखा एक लाख इनाम: पुलिस द्वारा जो एनकाउंटर उसके भाई का किया गया है उसमें भी उसका भाई का शरीर पीला पड़ा नजर आ रहा है। बाइक पर पीछे बैठा हुआ युवक का चेहरा क्लियर है, वह भी उसका भाई नहीं है। उसके भाई और माता-पिता ने एनकाउंटर पर सवाल खड़े किए हैं। अंकुर ने कहा कि उसके भाई पर आज तक किसी के साथ मारपीट तक का केस नहीं था और उस पर 1 लाख का इनाम भी दिखाया गया है। इसलिए यह फर्जी है।

अब पढ़िए, अरूण की मां ने क्या कहा…

मां सविता बोली कि बेटा हरिद्वार के लिए घर से रवाना हुआ था

मां सविता बोली कि बेटा हरिद्वार के लिए घर से रवाना हुआ था

  • अरुण शुगर का मरीज था: सोनीपत के मयूर विहार निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि उसके दो बेटे अरुण और अंकुर हैं। परिवार में चार बेटियां हैं और अंकुर की शादी हो चुकी है। अरुण छोटा बेटा था। वह पिछले 5 साल से शुगर का रोगी था। उसकी हालत ऐसी रहती थी कि शुगर लेवल 700 से 800 तक पहुंच जाता था। वह इंसुलिन और दवाइयों पर ही निर्भर था।
  • बीमारी की वजह बाहर काम नहीं भेजा: अरुण ने सोनीपत के इंडियन स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की थी। बीमारी के चलते परिवार ने उसे बाहर काम पर नहीं भेजा। करीब एक साल पहले परिवार ने डेयरी का काम शुरू किया था। तीन से चार पशु रखकर अरुण दूध का कारोबार करने लगा था।
  • हरिद्वार जाने की बात कहकर निकला था: सविता ने बताया कि बुधवार को उसका बेटा दोपहर करीब 3 बजे हरिद्वार जाने की बात कहकर निकला था। मां ने बेटे से कहा था- जल्दी आ जाना, तेरे बिना रहा नहीं जाता। बेटे अरूण की मौत की खबर के बाद रोते हुए सविता बोली- राम-लक्ष्मण (अंकुर-अरूण) की जोड़ी को अलग कर दिया है। मेरा बेटा अब कभी नहीं आएगा, एक बार उसके बेटे को दिखा दो।
  • अरूण बोला था, मैं कोई गलत काम नहीं करता हूं: सविता ने कहा कि उसके बेटे ने कभी किसी से लड़ाई तक नहीं की। वह बहुत दयालु स्वभाव का था। गुरुवार को अरुण हरिद्वार जाने के लिए निकल रहा था तो मां ने पूछा- किसी दोस्त के साथ जा रहा है? इस पर अरुण ने जवाब दिया- मां, यह बात मत पूछ, आपको पता है मैं कोई गलत काम नहीं करता, कल सुबह तक घर लौट आऊंगा।
एसटीएफ ने दोनों मृत बदमाशों की फोटो जारी की है।

एसटीएफ ने दोनों मृत बदमाशों की फोटो जारी की है।

कर्ज लेकर मकान बनाया मां सविता ने बताया कि छह महीने पहले ही उन्होंने 10-12 लाख रुपए का कर्ज लेकर नया मकान बनाया है, लेकिन उसमें अभी तक दरवाजे-खिड़की भी नहीं लग पाए। घर में बिजली का कनेक्शन और फिटिंग तक अधूरी है। अरुण अपनी मां से कहा करता था कि मेहनत करके कर्ज उतार देंगे। गांव का मकान बेचकर शहर में प्लॉट खरीदा था और कुछ भैंसें भी बेचनी पड़ीं। बेटियों के गहने गिरवी रखे गए। बड़ा बेटा अंकुर अमेजन में नौकरी करता है और शादीशुदा है। पिता राजेंद्र सिंह फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड हैं, जबकि मां सविता पहले लोगों के घरों में बर्तन साफ करती थी और अब फैक्ट्री में काम करती हैं।

पिता बोले- बेटे के साथ अन्याय हुआ है

पिता बोले उसका बेटा कभी कोई गलत काम नहीं कर सकता

पिता बोले उसका बेटा कभी कोई गलत काम नहीं कर सकता

रोते हुए पिता राजेंद्र सिंह ने बताया कि बुधवार रात दो पुलिसकर्मी घर आए और परिवार से जानकारी ली। जब परिवार ने पूछा तो पुलिसकर्मियों ने कहा कि उनके बेटे की नौकरी की वेरिफिकेशन के लिए आए हैं। लेकिन रात करीब 11:30 बजे उन्हें बेटे की मौत की खबर मिली तो परिवार में मातम छा गया। बेटे की मौत की खबर सुनते ही राजेंद्र का मुंह का निवाला नीचे गिर गया। पहले तो मां-बाप को विश्वास ही नहीं हुआ और बोले कि अरुण हरिद्वार गया हुआ है और लौटकर आएगा। लेकिन जब मोबाइल फोन में एनकाउंटर की तस्वीर देखी तो राजेंद्र ने पहचान लिया और कहा- हां, यही मेरा बेटा है। रोते हुए राजेंद्र कहते रहे कि उनका बेटा कभी गलत काम नहीं कर सकता। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि बेटे के साथ अन्याय हुआ है। परिवार का कहना है कि अरुण को कोई दोस्त बहला-फुसलाकर साथ ले गया था।

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और कोई भी ये मानने को तैयार नहीं है कि उनके बेटे ने गलत काम किया हो

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और कोई भी ये मानने को तैयार नहीं है कि उनके बेटे ने गलत काम किया हो

रविंद्र का है आपराधिक रिकॉर्ड पुलिस ने बताया कि दोनों अपराधी 12 सितंबर 2025 को उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के सिविल लाइन क्षेत्र में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर हुई फायरिंग की वारदात में वांछित थे। उनकी गिरफ्तारी पर इनाम भी घोषित था। जांच में सामने आया कि रविन्द्र के खिलाफ हरियाणा के विभिन्न थानों में पांच संगीन मुकदमे दर्ज हैं। 20 दिसंबर 2024 को उसने फतेहाबाद में पुलिस एस्कॉर्ट गार्ड पर हमला कर अपराधी रवि जागसी को छुड़ाने की कोशिश की थी। इस मामले में उस पर गंभीर धाराओं और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अरुण के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वह कुख्यात अपराधियों से जुड़ा हुआ था और कई मामलों में संदिग्ध रहा है



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