यूपी सरकार में मंत्री और सुभासपा चीफ ओमप्रकाश राजभर ने महिला पुलिसकर्मी द्वारा पार्टी कार्यकर्ता की पिटाई पर रिएक्ट किया है. उन्होंने ने गाजीपुर में कार्यकर्ता को थप्पड़ मारने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह उत्साहित होकर फोटो खिंचवाने के चक्कर में आगे निकल रहा था, जिस वजह से पीटा गया.
राजभर ने सफाई देते हुए कहा, “हमारा कार्यकर्ता फोटो खिंचाने के चक्कर में पीटा गया. वह उत्साहित होकर आगे निकलने की कोशिश कर रहा था. महिला पुलिसकर्मी भी स्थिति को समझ नहीं पाईं, क्योंकि वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे.” उन्होंने कहा कि नौजवान जोश में रहते हैं और फोटो खिंचवाने की जल्दबाजी में कार्यकर्ता सिपाही और इंस्पेक्टर के बीच में आ गया, जिसकी वजह से यह घटना हुई. देखें वीडियो-
पीले गमछे की वजह से सुभासपा कार्यकर्ता की पिटाई के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि यह सिर्फ एक कमजोरी थी और कार्यकर्ता भावना में बह गया था, जिसे महिला पुलिसकर्मी समझ नहीं सकीं. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा सबके साथ हुआ होता तो वह बात मानते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. एसपी ऑफिस में सुभासपा के तमाम कार्यकर्ता गए थे, सिर्फ एक के साथ ही घटना हुई.
वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा इस घटना का वीडियो ट्वीट कर तंज कसने पर राजभर ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में जीते हुए प्रधानों को फिंकवा दिया जाता था और अपराधी छुट्टा सांड की तरह घूमते थे. उन्होंने अखिलेश पर आरोप लगाया कि उनके पास कोई काम नहीं है. राजभर ने कहा कि पूर्व की सरकारों में होने वाले दंगों और कर्फ्यू से अब लोगों को छुटकारा मिला है.
बता दें कि ‘थप्पड़ कांड’ की यह घटना बुधवार दोपहर के समय हुई, जब गाजीपुर में सुभासपा के कार्यकर्ता पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे. कार्यकर्ता एक ज्ञापन देने के लिए एसपी के पास आए थे. इस दौरान एक महिला सिपाही ने एक कार्यकर्ता पर धक्का देने का आरोप लगाया. इसके बाद, सिपाही ने उस कार्यकर्ता को कई थप्पड़ मारे. थप्पड़ खाने के बाद कार्यकर्ता वहां से भाग गया. महिला सिपाही ने उसे गाली भी दी थी.
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